नूंह हिंसा के मुख्य आरोपी मोनू मानेसर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया, सुबह हुई थी गिरफ्तारी

हरियाणा पुलिस मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस के हवाले कर देगी और राजस्थान पुलिस ही उससे माॅब लिंचिंग के बारे में पूछताछ करेगी. नसीर और जुनैद की हत्याकांड का मोनू मानेसर मास्टर माइंड है.

By Rajneesh Anand | September 12, 2023 5:37 PM
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हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी मोनू मानेसर को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. मंगलवार सुबह हरियाणा पुलिस ने मोनू को हिरासत में लिया था. जानकारी के अनुसार मोनू मानेसर को माॅब लिंचिंग के मामले में हिरासत में लिया गया है. मोनू मानेसर पर जुनैद और नसीर की हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है. बताया जा रहा है कि पुलिस मोनू मानेसर से पूछताछ करेगी.


राजस्थान पुलिस करेगी मोनू से पूछताछ

हरियाणा पुलिस मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस के हवाले कर देगी और राजस्थान पुलिस ही उससे माॅब लिंचिंग के बारे में पूछताछ करेगी. नसीर और जुनैद की हत्याकांड का मोनू मानेसर मास्टर माइंड है. नूंह हिंसा के दौरान दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे और हिंसा की आग भड़क उठी थी. अगस्त 2023 में नूंह में हिंसा हुई थी.

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नूंह हिंसा को भड़काने का आरोप

गोरक्षक मोनू मानेसर को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया, जिसके खिलाफ फरवरी में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या के लिए राजस्थान पुलिस ने मामला दर्ज किया था. मोनू मानेसर पर नूंह में हुई हिंसा के लिए भीड़ को उकसाने का भी आरोप लगा था. उक्त जानकारी मोनू मानेसर के संगठन ने दी है. वह बजरंग दल का कार्यकर्ता है.

विहिप ने की हिरासत में लिये जाने की पुष्टि

हालांकि हरियाणा पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ता मोनू मानेसर को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि नहीं की है. हालांकि बजरंग दल के मूल संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक पदाधिकारी ने बताया कि मोनू को गुरुग्राम के मानेसर से हिरासत में लिया गया है. एक वीडियो में कथित तौर पर उसे सादे कपड़े पहने हुए लोगों द्वारा हिरासत में लेते दिखाया गया है. मोनू मानेसर का असली नाम मोहित यादव है.

वीडियो जारी कर शोभायात्रा में शामिल होने की अपील की थी

ज्ञात हो कि हरियाणा के नूंह में अगस्त महीने में हिंसा हुई थी. हिंसा से पहले मोनू मानेसर का एक वीडियो सामने आया था जिसमें उसने बताया था कि वह बृज मंडल जलाभिषेक शोभायात्रा में शामिल होगा और उसने लोगों से भी इसमें शामिल होने का आग्रह किया था. विहिप के नेतृत्व वाली इस यात्रा पर भीड़ ने हमला कर दिया था. इस हिंसा में नूंह और गुरुग्राम के छह लोग मारे गए थे. कई दिनों तक नूंह और आसपास के जिलों में तनाव रहा. प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी और निषेधाज्ञा भी लागू कर दिया था. इधर विहिप के पदाधिकारी वरुण शर्मा ने दावा किया है कि मानेसर के विरुद्ध कोई मामला नहीं है. उन्होंने कहा,बजरंग दल के कार्यकर्ता को बिना किसी कारण परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम मोनू के खिलाफ की जा रही कार्रवाई का विरोध करते हैं.

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