Bangladesh Electricity Supply:अदाणी समूह ने बांग्लादेश की वर्तमान अंतरिम सरकार से बिजली बकाया राशि का भुगतान करने को कहा है. अदाणी पावर लिमिटेड का पड़ोसी देश पर 800 मिलियन डॉलर से अधिक बकाया है जिसका शीघ्र भुगतान करने का आग्रह किया गया है. मनी कंट्रोल ने इस संबंध में खबर प्रकाशित की है. इस बीच सवाल उठता है कि आखिर किस राज्य से बिजली की आपूर्ति वहां की जा रही है. तो आइए जानते हैं.
2 बिलियन डॉलर की कुल परियोजना लागत के साथ, झारखंड के गोड्डा बिजली परियोजना भारत की पहली चालू की गई अंतरराष्ट्रीय बिजली परियोजना है, जहां उत्पादित बिजली का 100 प्रतिशत दूसरे देश को आपूर्ति किया जाता है. इस संयंत्र ने जून 2023 में बिजली पैदा की और तब से बांग्लादेश को बिजली यहां से दी जा रही है.
कहां से जाती है बांग्लादेश को बिजली?
झारखंड में अदाणी पावर के 1,600 मेगावाट गोड्डा संयंत्र का देश की बिजली वितरण कंपनी बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी, BPDB) के साथ 100 प्रतिशत आपूर्ति अनुबंध है. इसका औसत मासिक बिल 90 से 100 मिलियन डॉलर होता है. कंपनी ने संयंत्र से 1,496 मेगावाट (MW) की आपूर्ति के लिए समझौता किया है. यह समझौता अपदस्थ शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल के दौरान नवंबर 2017 में बीपीडीबी के साथ 25 साल का किया गया है. यह बांग्लादेश की अधिकतम बिजली मांग का करीब यह 10 प्रतिशत है.
बांग्लादेश के पास कितना है विदेशी मुद्रा भंडार?
ट्रेडिंग इकोनॉमिक डॉट कॉम की एक रिपोर्ट पिछले दिनों आई थी. इसके अनुसार, मई 2024 में बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार 24197.20 मिलियन डॉलर था, जो जून 2024 में बढ़ गया और 26815.20 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया. विदेशी मुद्रा भंडार 2008 से 2024 तक औसतन 24916.34 मिलियन डॉलर रहा, जो अगस्त 2021 में 48060.00 मिलियन डॉलर के ऑल-टाईम हाई से बहुत कम है. साल 2008 में जून का ऐसा महीना था, जब बांग्लादेश के विदेशी मुद्रा भंडार 7470.90 मिलियन डॉलर के रिकॉर्ड निम्नतम स्तर पर पहुंचा था.
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