Bangladesh News: भारतीय सेना कर रही थी फेंसिंग, बांग्लादेश ने रोका, इलाके में तनाव
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद देश में भारत विरोधी घटनाएं सामने आ रही हैं. अब बांग्लादेश ने भारत को सीमा पर फेंसिंग करने से रोका है. कुचबिहार क्षेत्र में मावेशीयों के लिए बनाए जाने वाले फेंसिंग कार्य को रोका गया है.
Bangladesh News: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को देशव्यापी आंदोलन के बाद देश की सत्ता को छोड़े अब तक दो हफ्ते से ज्यादा का समय हो चुका है. अब बांग्लादेश में प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार का गठन हुआ है. तख्तापलत के बाद बांग्लादेश से ऐसी घटनाएं सामने आईं हैं जिससे यह माना जा रहा है कि पड़ोसी देश में भारत विरोधी ताकतों को हवा मिल सकती है. अब भारत बांग्लदेश सीमा से भारत द्वारा की जा रही फेंसिंग को रोकने की घटना सामने आ रही है. दरअसल कुचबिहार क्षेत्र में मावेशीयों के लिए बीएसएफ द्वारा फेंसिंग कार्य किया जा रहा था जिसको बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश ने रोक दिया.
जानवरों को सीमा के आर पार जाने से रोकने के लिए की जा रही थी फेसिंग
बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा कि हमारे जवान केटल फेंस बना रहे थे. इसी दौरान बीजीबी के जवान आए और उन्होंने आपत्ति जताई. अधिकारी ने आगे बताया कि यह बॉर्डर फेंस नहीं थी. बाड़ का निर्माण यह सुनिश्चित करने के लिए किया अगला जा रहा था कि एक देश के मवेशी दूसरे देश में न जाएं. उन्होंने अक्सर होने वाले विवाद पर कहा कि इसके चलते अक्सर दोनों देशों के गांव के निवासियों के बीच विवाद हो जाता है.
Also Read: Maharashtra Bandh: महाराष्ट्र बंद वापस! ‘…लेकिन मुंह पर बांधेंगे काली पट्टी’, कांग्रेस ने किया ऐलान
2012 के समझौते के अनुसार किया जा रहा था बाड़ का निर्माण
एक सैन्य अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच 2012 के समझौते के अनुसार मवेशी बाड़ का निर्माण किया जा रहा है. बीजीबी और बीएसएफ बटालियन के कमांडेंटों ने इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिए सीमा पर एक फ्लैग मीटिंग की, लेकिन समाधान नहीं निकल सका.
Also Read: Bangladesh Mobile Tower Off : 10 बाढ़ प्रभावित जिलों में मोबाइल टावर नहीं कर रहे काम
दोनों बलों के महानिदेशकों की बैठक में उठाया जायेगा मामला
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक भारतीय सैन्य अधिकारी ने कहा कि दोनों बलों के महानिदेशकों की बैठक में यह मामला उठाया जाएगा, जो अक्टूबर के पहले सप्ताह में दिल्ली में आयोजित की जानी है. सीमा के दोनों ओर कोई हिंसा नहीं है, लेकिन दोनों बलों ने गश्त बढ़ा दी है