बैंक कर्मियों से हो रही थी बदसलूकी, अब केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से की ये अपील
वित्त मंत्रालय ने राज्यों से अनुरोध किया है कि वे हालिया दिनों में देश के कुछ हिस्सों में बैंककर्मियों पर हमले की घटनाओं के बाद बैंक अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.
वित्त मंत्रालय ने राज्यों से अनुरोध किया है कि वे हाल के दिनों में देश के कुछ हिस्सों में बैंककर्मियों पर हमले की घटनाओं के बाद बैंक अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें. सूत्रों ने कहा कि वित्तीय सेवा विभाग ने राज्यों के मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ ही बैंककर्मियों के खिलाफ असामाजिक तत्वों के अनियंत्रित व्यवहार का जवाब दिया जाना चाहिए पिछले महीने, केनरा बैंक (तत्कालीन सिंडिकेट बैंक) में एक महिला बैंक कर्मचारी पर सूरत के सरोली शाखा में एक पुलिस कांस्टेबल ने हमला किया था.
घटना के बाद, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आश्वासन दिया था कि सभी बैंकिकर्मियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. सूरत हमले के बाद महाराष्ट्र में बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों पर हमले सहित कुछ अन्य घटनाएं हुईं. हालिया खबरों का हवाला देते हुए पत्र में कहा गया है कि इनमें (खबरों में) असामाजिक तत्वों के बैंक परिसरों के भीतर गैरकानूनी तरीके से व्यवहार करने के मामलों को उजागर किया गया है. पत्र में कहा गया है, “आप इस बात से सहमत होंगे कि इस तरह की घटनाओं का लगातार जवाब देने की जरूरत है.
ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि बैंककर्मियों की सुरक्षा और लोगों के लिए बैंकिंग सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो. ”
बता दें कि कुछ दिनों पहले गुजरात के सूरत से एक पुलिस कर्मी ने एक बैंक कर्मी से बदसलूकी की थी और उसे थप्पड़ मार दिया था. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. वीडियो वायरल होने के बाद निर्माला सितारमण ने ट्वीट करके इस मामले पर एक्शन लेने को कहा था. उन्होंने शहर के पुलिस आयुक्त से इस मामले पर बात भी की थी.
वित्त मंत्री के पास ये बात पहुंचने पर उन्होंने इस मामले पर कार्रवाई करने की बात की थी. इसके बाद पुलिस एक्शन में आते हुए उस पुलिस कर्मी पर मामला प्राथमिकी दर्ज कर लिया और उसे तत्काल उनके पद से निलंबित कर दिया गया. बता दें कि कोरोना वायरस लॉकडाउन में कोरोना योद्धा कहे जाने वाले लोगों पर कई बार हमले हुए. इससे पहले केंद्र सरकार ने डॉक्टर और नर्सों पर हमले करने वाले लोगों पर सख्त रवैया दिखाते हुए इस हमले में शामिल आरोपियों को 7 साल की जेल और 2 लाख तक जुर्माना का प्रावधान किया है.
posted by : Sameer Oraon