केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा है कि बैंकों ने भगौड़े कारोबारी नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या की संपत्तियां बेचकर 13 हजार 1 सो 9 करोड़ रुपये वसूल किए हैं. लोकसभा में सप्लीमेंट्री डिमांड फॉर ग्रांट्स मुद्दे पर चर्चा के दौरान उठे एक सवाल के जवाब में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने पिछले सात साल में 5.49 लाख करोड़ रुपए भी वसूले हैं.
सोमवार को लोकसभा में साल 2021-22 की पूरक अनुदान मांगों के दूसरे बैच पर भी चर्चा हुई. जिसमें सवालों के जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, देश के बैंक पूरी तरह सुरक्षित हैं, और उनमें जमा पैसे भी सुरक्षित हैं. देश में लिक्विड मनी की कोई कमी नहीं है. निवेशकों का पैसा सुरक्षित है. केंद्रीय वित्त मंत्री ने ने सदन में बताया कि, जो लोग देश में धोखाधड़ी कर देश छोड़कर विदेश भाग गए हैं. उन्हें छोड़ा नहीं गया है. उनसे पैसे वसूले गए हैं. उनकी संपत्ति जब्त की गई है. रिकवर किए गए पैसे को दोबारा सरकारी बैंकों में डाला गया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर है. सरकार ने उर्वरक सब्सिडी के मद में 58 हजार करोड़ रुपये रखी हैं. इसके अलावा सरकार जन वितरण प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए 49,805 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करेगी. सीतारमण ने कहा कि, रक्षा मसौदे के लिए 5 हजार करोड़ और गृह मंत्रालय के लिए 4 हजार करोड़ रुपये अतिरिक्त जारी किए जाएंगे.
सदन में जिस समय निर्मला सीतारमण बोल रही थी उस दौरान विपक्षी दलों ने महंगाई, बेरोजगारी, लखीमपुर खीरी हिंसा समेत अन्य मुद्दों को लेकर सदन में हंगामा कर रहे थे. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, राकांपा सहित अन्य विपक्षी दलों ने आरोप लगाते हुए कहा कि, सरकार अर्थव्यवस्था में संकट की स्थिति से गुजर रही है. लेकिन सरकार आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है.
Posted by: Pritish sahay