Maharashtra: शिरडी साईं मंदिर के सिक्कों को नहीं मिल रही रखने की जगह, बैंकों ने भी किया लेने से इनकार
शिरडी साईं मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा भेंट के रूप में सिक्के चढ़ाये जाते है. इन सिक्कों को अलग-अलग बैंकों की शाखाओं में रखा जाता है. लेकिन, अब यह सिक्के ट्रस्ट के लिए परशानी बनने लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बैंकों ने करीबन साढ़े तीन से चार करोड़ रुपये के सिक्के लेने से इनकार कर दिया है.
Maharashtra: महाराष्ट्र में देश और दुनिया का सबसे प्रसिद्ध शिरडी साईं बाबा मंदिर स्थित है. यहां रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की दुआ मांगते हैं. शिरडी साईं मंदिर में श्रद्धालु भेंट के रूप में पैसे चढ़ाते हैं और अक्सर यह सिक्कों के तौर पर होते हैं. श्रद्धालुओं की तरफ से चढ़ाये गए ये सिक्के अब ट्रस्ट के लिए मुसीबत साबित होने लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो करीबन साढ़े तीन से लेकर चार करोड़ रुपये के सिक्कों को बैंकों ने लेने से मना कर दिया है. बैंकों का कहना है कि अब उनके पास इन सिक्कों को रखने तक की जगह नहीं बची है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राज्य के स्वामित्व वाले कई बैंकों में इनके खाते मौजूद हैं.
4 करोड़ रुपये के सिक्कों को लेने से किया इनकार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शिरडी मंदिर के पास करीबन साढ़े तीन से चार करोड़ रूपये के सिक्के मौजूद हैं और इन सिक्कों को बैंकों ने भी लेने में मना कर दिया है. केवल यहीं नहीं, मंदिर ट्रस्ट के पास भी इन सिक्कों को रखने के लिए जगह में कमी पड़ रही है. जानकारी के लिए बता दें कि शिरडी मंदिर, शहर के 13 नेशनलाइज्ड बैंकों में पैसे जमा करता है. मंदिर के कार्यकारी सीईओ राहुल जाधव के मुताबिक मंदिर में आने वाले भक्त अपनी श्रद्धा के हिसाब साईं बाबा को पैसे चढ़ाते हैं और हफ्ते में दो बार इनको गिना भी जाता है. आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि- हर दिन मिलने वाले सिक्कों को रखने के लिए अब मंदिर में जगह नहीं बची है. ऐसे में हमने अहमदनगर के बाह बैंकों में ट्रस्ट के सिक्के जमा करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं और सरकार से मदद की गुहार भी लगाई है.
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बिल्डिंग गिरने का डर
श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाये गए ये सिक्के मंदिर और बैंकों के लिए मुसीबत बन गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इन बैंकों में फिलहाल 11 करोड़ रुपये के सिक्के जमा हैं. जिन बिल्डिंग्स में ये सिक्के जमा किये गए हैं उन बिल्डिंग्स में मौजूद अन्य कारोबारी भी काफी डरे हुए हैं. उनका मानना है कि कहीं, सिक्कों के वजन से बिल्डिंग का कोई हिस्सा गिर न जाए. सामने आयी जानकारी के मुताबिक मंदिर ट्रस्ट ने समस्या से निजात पाने के लिए शहर के अन्य बैंकों में अकाउंट खुलवाने की तैयारी कर रही है. केवल यहीं नहीं मंदिर ट्रस्ट ने RBI से गुजारिश भी की है कि इन सिक्कों को रखने के लिए कोई रास्ता निकाला जाए.