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दिल्ली के चांदनी चौक पर हनुमानभक्त बनने की होड़
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बीजेपी और आप के बीच खुद को बड़ा भक्त दिखाने का प्रयास
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दोनों पार्टी के कार्यकर्ता कर रहे हनुमान चालीसा का पाठ
दिल्ली के चांदनी चौक पर रातों रात बन गये हनुमान मंदिर पर दिल्ली में सियासत तेज होने लगी है. यहां पर प्रभु श्रीराम के सबसे भक्त के भक्त खुद को साबित करने की होड़ मची हुई है. भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों ही दलों के नेता यहां पहुंचकर अपने-अपने तरीकों से खुद को सबसे बड़े बजरंग बली की पूजा कर रहे हैं. कल बीजेपी कार्यकर्ताओं ने यहां पर पूजा पाठ और भजन कीर्तन किया तो आज आप एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक चांदनी चौक पहुंचे और जाकर इस प्राचीन हनुमान मंदिर में बजरंग बली की पूजा-अर्चना के साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ किया.
यह वही जगह है जहां पर दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद मंदिर गिराया गया था. इसके बाद पुराने मंदिर से कुछ दूरी पर फिर से हनुमान जी की नयी मूर्ति स्थापित की गयी है. दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह मंदिर बजरंग बली के भक्तों ने बनाया है. साध ही बजरंग बली से प्रार्थना करते हुए कहा कि बजरंग बली सबको सद्बुद्धि दें और सबके संकट दूर करें. दुर्गेश पाठक ने यहा भी कहा कि वो भी बजरंग बली के भक्त हैं. उन्होंने कहा कि मुझें ज्यादा टेक्निकल चीजें नहीं पता है , पर स्थानीय लोगों और हनुमान भक्तों ने यह मंदिर बनाया है, इसलिए वो यहां आज यहां पूजा करने आये हैं.
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इसके आगे दुर्गेश पाठक ने कहा कि प्रभु की इच्छा थी तो मंदिर बन गया. हम भी भक्त हैं और यहां हमारी श्रद्धा है, हम कोर्ट से भी आग्रह करेंगे कि इस मामले में कोई न कोई बीच का रास्ता निकाला जाना चाहिए. यह बहुत पुराना मंदिर है, लोगों की आस्था इससे जुड़ी हुई है. दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता भी इस मंदिर में हनुमान जी के दर्शन के लिए आये थे. उन्होंने कहा था इलाके के हजारों लोगों की आस्था हनुमान मंदिर से जुड़ी है. साथ ही कहा कि अब लोग फिर से भगवान हनुमान का आशीर्वाद लेने लगेंगे और ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ भी यहां शुरू होगा.
गौरतलब है कि चांदनी चौक इलाके में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन द्वारा हनुमान मंदिर को गिरा दिया गया था. इसके बाद उसी स्थान पर एक अस्थायी स्टील का बना मंदिर खड़ा कर दिया गया है. शुक्रवार को एनडीएमसी के महापौर ने यहां आकर पूजा करने के बाद कहा कि भले ही यहां तय प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है, लेकिन श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान करना होगा.
Posted By: Pawan Singh