नयी दिल्ली : देश में कोरोना की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है. संक्रमण से होने वाली मौतों के आंकड़े बेहर डरावने हैं. पिछले सात दिनों से लगातार एक हजार से ज्यादा मौतें हो रही हैं. इस दौरान 7463 मरीजों ने दम तोड़ दिया है. जुलाई के पहले हफ्ते में 500 से ज्यादा लोगों की जान जा रही थी, लेकिन अब यह आंकड़ा दोगुना हो गया है. मंगलवार को 1,133 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़ कर 73 हजार से ज्यादा हो गयी है.
देश की आबादी के हिसाब से मृत्यु दर 1.70% है. यह दुनिया में सबसे कम है. सबसे ज्यादा मेक्सिको में 10.7% है. स्पेन में 5.9% और अमेरिका में 3% है. इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में प्रति 10 लाख की जनसंख्या पर 53 मौतें दर्ज की गयी हैं. कहा कि अगस्त में भारत में कोरोना मृत्यु दर 2.15 फीसदी थी, जो अब 1.70 फीसदी रह गयी है.
वहीं, आइसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव और नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने लोगों से कोरोना टेस्ट कराने की अपील की. उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि कई लोग कोरोना जैसे लक्षण के बावजूद टेस्ट से बच रहे हैं. यह ठीक नहीं है. यह आपके लिए और सिस्टम के लिए भी खतरनाक है. आप अपने परिवार और समाज को मुश्किल में डाल रहे हैं. आप खुद को जोखिम में डाल रहे हैं. स्थिति बिगड़ने पर ही टेस्ट करायेंगे, तो खुद को जोखिम में डाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को वायरस से डरना चाहिए, टेस्टिंग से नहीं. अब तो ऑन डिमांड टेस्ट हो रहा है.
posted by : sameer oraon