Coal Scam: ममता बनर्जी पर बीजेपी का गंभीर आरोप, कोल घोटाले में गिरफ्तार व्यवसायी का परिवार से जोड़ा संबंध
पश्मचिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बीजेपी के बंगाल प्रमुख ने गंभीर आरोप लगाते हुए कोल घोटाले में गिरफ्तारी व्यवसायी का संबंध बीजेपी ने ममता के परिवार से जोड़ा है.
कोयला तस्करी को लेकर पश्चिम बंगाल और झारखंड में ED लगातार दबिश बनाते हुए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है इसी क्रम में कोलकाता के बालीगंज इलाके में पिछले 20 घंटो से अधिक एक व्यवसाई के घर में छापेमारी में लगभग 1.5 करोड़ का कैश बरामद किया गया है. बताया जा रहा है कि इस मामले के तार कोयला तस्करी से जुड़े हुए हैं. ईडी सूत्रों ने बताया कि कोयला तस्करी के पैसे हवाला के जरिए व्यवसायी के पास आते थे. उसके बाद ब्लैक मनी यहां व्हाइट की जाती थी. वहीं ED अधिकारी जांच कर रहे है कि कहीं इसके पीछे कहीं कोई राजनीतिक संबंध तो नहीं.
बंगाल बीजेपी प्रमुख ने ममता पर लगाए आरोप
वहीं इस मामले में पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि व्यवसायी के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ सीधे संबंध हैं. गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए मजूमदार ने कहा, ‘ईडी ने एक प्रेस ब्रीफिंग में दो कारोबारियों का जिक्र किया, जिनमें से एक मंजीत सिंह ग्रेवाल उर्फ जित्ती भाई हैं, ममता बनर्जी के उनसे सीधे संबंध हैं. उन्हें ममता और उनके परिवार के साथ देखा गया है, साथ ही बरामद पैसा पश्चिम बंगाल में कोयला घोटाले से जुड़ा है. भाजपा के राज्य प्रमुख ने ईडी द्वारा अदालत की निगरानी में वसूली की जांच करने और कोयला घोटाले में शामिल सभी लोगों की पहचान उजागर करने की मांग की है.
मुझे जान से मारने की कोशिश हुई- सुकांत मजूमदार
इसके साथ ही सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि उनकी कार पर टीएमसी के झंडे लिए कुछ लोगों ने हमला किया था. उन्होंने कहा कि, मुझ पर हमला करने और मेरी कार को तोड़ने की कोशिश की गयी. शुक्र है कि मेरे साथ सुरक्षाकर्मी थे और मैं बाल-बाल बच गया. हमलावरों के हाथ में टीएमसी के झंडे थे. आखिर उन्होंने कहा की पश्चिम बंगाल में कोई लोकतंत्र नहीं है, हम अपना काम जारी रखेंगे.
2021 में ED पहुंची थी अभिषेक बनर्जी के घर
आपको जानकारी दें की इससे पूर्व फरवरी 2021 में सीबीआई की एक टीम ने अभिषेक बनर्जी के आवास का दौरा किया और कथित कोयला घोटाले के सिलसिले में उनकी पत्नी रुजिरा और उनकी भाभी मेनका गंभीर को तलब किया था. स्थानीय कोयला माफिया अनूप मांझी उर्फ लाला को इस मामले में मुख्य संदिग्ध बताया जा रहा है. वहीं ईडी ने दावा किया था कि अभिषेक इस अवैध धंधे से जुटाई गई रकम का लाभार्थी था.