बंगाल के बीरभूम में द्वितीय विश्व युद्ध के समय का बम बरामद, इलाके में हड़कंप, सेना कर रही जांच
पुलिस के मुताबिक नवसन गांव के अजय नदी के किनारे द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान का विशालकाय बम बरामद किया गया है.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के पानागढ़ स्थित कांकड़ तला थाना क्षेत्र से शनिवार की देर रात एक विशालकाय बम बरामद किया गया. पुलिस के मुताबिक नवसन गांव के अजय नदी के किनारे द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान का विशालकाय बम बरामद किया गया है. बम की सूचना पर इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया. एक तरफ स्वतंत्रता दिवस को लेकर इलाके में सुरक्षा कड़ी रखी गई थी. इसी बीच एक विशालकाय बम मिलने के बाद सारे लोग हैरान रह गए.
Also Read: बंगाल उपचुनाव में भाजपा की होगी जीत, फिर फिसली मुकुल रॉय की जुबान, नया विवाद शुरूसूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घेराबदी की. पुलिस के मुताबिक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान का बम बरामद किया गया है. इस घटना को लेकर पुलिस ने भारतीय सेना को सूचना भेज दी है. बताया जाता है कि अजय नदी के किनारे शाम को टहलने के दौरान दो युवकों ने बम को देखा था. उनकी सूचना के बाद ग्रामीण लोहे के भारी सिलेंडर की तरह दिखने वाला बम को नहीं पहचान सके. सूचना के बाद जब मौके पर पुलिस पहुंची तो पता चला कि वो विशाल बम है.
पुलिस के मुताबिक बरामद बम का आकार गैस सिलेंडर से करीब दोगुना है. पूरा बम लोहे का बना हुआ है. इन्हें धातु बम कहा जाता है. जिले में इस तरह की बम मिलने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान का एक बम बीरभूम में अजय नदी के तट से बरामद किया गया था. पहले भी एक से अधिक बार इस तरह के बम की खबर मिलती रही है.
Also Read: कलकत्ता हाईकोर्ट में नंदीग्राम का संग्राम, ममता बनर्जी की हार से जुड़ी याचिका पर 15 नवंबर को अगली सुनवाईसाल 2010 में अजय नदी के किनारे कोटा गांव में एक गोला फटने से कई लोग घायल हो गए थे. साथ ही तीन साल पहले कोटा गांव में एक बड़ा बम का खोल बरामद हुआ था. दिसंबर 2016 में भी इस तरह का बम मिला था. उस समय भारतीय सेना के विशेषज्ञों ने उसे डिफ्यूज किया था. एक बार फिर बम मिलने से दहशत फैल गया है. (रिपोर्ट: मुकेश तिवारी, पानागढ़)