कोरोना संकट में इंसानियत की मिसाल, हादसे में चिकित्सक की मौत, परिजनों ने किया अंगदान
Bengal News Update: देशभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने सभी की चिंता बढ़ी दी है. इसी बीच कोरोना संकट से घिरे देश में इंसानियत की मिसाल भी जिंदा है. ऐसा ही कुछ पश्चिम बंगाल से सामने आया है. हुआ ऐसा कि पश्चिम बंगाल में एक चिकित्सक की मौत के बाद उनके परिजनों ने अंगदान का फैसला लेकर मिसाल कायम की है. इस परिवार ने हमें सीख दी है कि कोई भी संकट कभी भी मनुष्य की इच्छाशक्ति और दान की परंपरा से बड़ा नहीं होता है.
Bengal News Update: देशभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने सभी की चिंता बढ़ी दी है. इसी बीच कोरोना संकट से घिरे देश में इंसानियत की मिसाल भी जिंदा है. ऐसा ही कुछ पश्चिम बंगाल से सामने आया है. हुआ ऐसा कि पश्चिम बंगाल में एक चिकित्सक की मौत के बाद उनके परिजनों ने अंगदान का फैसला लेकर मिसाल कायम की है. इस परिवार ने हमें सीख दी है कि कोई भी संकट कभी भी मनुष्य की इच्छाशक्ति और दान की परंपरा से बड़ा नहीं होता है.
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दरअसल, पश्चिम बंगाल में दुर्घटना के बाद घायल हुए एक चिकित्सक के ब्रेन डेड होने के बाद परिजनों ने उनका अंगदान करके मिसाल पेश की है. मृतक चिकित्सक का नाम अमिय भूषण सरकार था. वो पूर्व मेदिनीपुर के सरकारी अस्पताल में चिकित्सक थे. मृत चिकित्सक 22 अप्रैल को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए राजधानी कोलकाता के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्हें सोमवार की रात ब्रेन डेड घोषित किया गया था.
निधन के बाद मृत चिकित्सक के परिजन उनके अंगदान के लिए तैयार हो गए. मृत चिकित्सक की पत्नी पति के अंगदान के लिए तैयार हुईं. अपोलो अस्पताल सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि मृतक का हृदय हावड़ा के नारायण अस्पताल में भेजा गया है. एक किडनी को आरएन टैगोर अस्पताल में भर्ती मरीज के शरीर में ट्रांसप्लांट किया जा रहा है. एक और किडनी अलीपुर के सेना कमांड अस्पताल में भेजी गई है. उनके लीवर को विशेष विमान से गुरुग्राम भेजा जा रहा है. इसके अलावा मृत चिकित्सक की आंखों की कॉर्निया और त्वचा को संरक्षित करके रखा गया है.