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बारूद के ढेर पर खड़ा बंगाल! अल-कायदा आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी

पश्चिम बंगाल से अल-कायदा आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. खुद राज्यपाल ने कहा है कि पश्चिम बंगाल ‘अवैध बम बनाने का अड्डा’ बन चुका है. राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थित बदतर है और इस सबके लिए राज्य प्रशासन जिम्मेदार है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2020 3:23 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल से अल-कायदा आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. खुद राज्यपाल ने कहा है कि पश्चिम बंगाल ‘अवैध बम बनाने का अड्डा’ बन चुका है. राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थित बदतर है और इस सबके लिए राज्य प्रशासन जिम्मेदार है.

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद एवं केरल के एर्णाकुलम जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी के बाद शनिवार को पाकिस्तान प्रायोजित अल-कायदा मॉड्यूल के नौ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया. इसके बाद धनखड़ का यह बयान आया.

राज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘प्रदेश अवैध बम बनाने का अड्डा बन चुका है, जिसमें लोकतंत्र को अस्थिर करने की क्षमता है. (मुख्यमंत्री) ममता बनर्जी की पुलिस राजनीतिक कार्य करने में तथा विपक्ष के साथ भिड़ने में व्यस्त है. राज्य में दिन-ब-दिन बदतर होती कानून-व्यवस्था की जवाबदेही से पश्चिम बंगाल पुलिस भाग नहीं सकती है.’

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धनखड़ ने एक अन्य ट्वीट में आरोप लगाया, ‘पुलिस महानिदेशक यथार्थ से कितने दूर हैं, यह चिंता का कारण है. शुतुर्मुर्ग वाला उनका रुख बहुत पेरशान करने वाला है.’ उन्होंने पुलिसकर्मियों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि वे कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं, लेकिन दिक्कत उनके साथ हो रही है, जो राजनीति से निर्देशित हो रहे हैं.

https://twitter.com/jdhankhar1/status/1307182902388563969
सियासी आरोप-प्रत्यारोप तेज

सियासी आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो गया है. विपक्षी दलों भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस का आरोप है कि खुफिया तंत्र की विफलता और ममता बनर्जी की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण यह सब हुआ. वहीं, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि वह आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध है.

सवाल खड़ा होता है कि क्या राज्य प्रशासन राज्य में आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने के काबिल है. इससे पहले हमने जमातियों को गिरफ्तार किये जाने के कई मामलों के बारे में सुना था. अब अल-कायदा, जो कि विश्व में सबसे खतरनाक आतंकी संगठन है. इससे मुर्शिदाबाद जिला और पूरे पश्चिम बंगाल की बदनामी होती है, जिसकी सीमा बांग्लादेश से लगती है.

अधीर रंजन चौधरी, नेता प्रतिपक्ष, लोकसभा

टीएमसी ने कहा कि विपक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहा है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मुर्शिदाबाद जिले से अल-कायदा के छह आतंकवादियों की गिरफ्तारी से यह पता चलता है कि ‘राज्य पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह नाकाम हुआ है. पुलिस केवल तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का काम करने में व्यस्त है’.

पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री चौधरी ने कहा, ‘इससे यह सवाल खड़ा होता है कि क्या राज्य प्रशासन राज्य में आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने के काबिल है.’ उन्होंने कहा, ‘इससे पहले हमने जमातियों को गिरफ्तार किये जाने के कई मामलों के बारे में सुना था. अब अल-कायदा, जो कि विश्व में सबसे खतरनाक आतंकी संगठन है.’

आतंकवादी सीमा पार कर इस तरफ आये और सीमा पर निगरानी का काम केंद्रीय बल करते हैं. सीमा बल ज्यादा सतर्क हो सकते थे. बीएसएफ और राज्य के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए. विपक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति कर रहा है.

सौगत रॉय, सांसद, तृणमूल कांग्रेस

श्री चौधरी ने कहा, ‘इससे मुर्शिदाबाद जिला और पूरे पश्चिम बंगाल की बदनामी होती है, जिसकी सीमा बांग्लादेश से लगती है.’ वरिष्ठ भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि राज्य को ‘तुष्टीकरण की राजनीति, गंदी सांप्रदायिक राजनीति बंद कर आतंकी संगठनों के विरुद्ध कड़े कदम उठाने चाहिए, जो राज्य में अपनी पैठ बना रहे हैं.’

श्री सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया, जिसकी वजह से प्रशासन को आतंकवादियों के विरुद्ध कड़े कदम उठाने में बाधा उत्पन्न होती है. श्री सिन्हा ने कहा, ‘दो दशक पहले बहूबाजार में हुआ आरडीएक्स विस्फोट याद कीजिए. आज पूरा राज्य बारूद के ढेर पर खड़ा है. अगर प्रशासन ने इसका संज्ञान नहीं लिया, तो बंगाल आग की लपटों में घिर जायेगा.’

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आरोपों का खंडन करते हुए तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि आतंकवादियों की गिरफ्तारी से राज्य सरकार की प्रतिबद्धता पर कोई प्रश्न खड़ा नहीं होता. उन्होंने कहा कि सरकार आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध है.

राज्य को तुष्टीकरण की राजनीति, गंदी सांप्रदायिक राजनीति बंद कर आतंकी संगठनों के विरुद्ध कड़े कदम उठाने चाहिए, जो राज्य में अपनी पैठ बना रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति कर रहा है, जिसकी वजह से प्रशासन को आतंकवादियों के विरुद्ध कड़े कदम उठाने में बाधा उत्पन्न होती है. दो दशक पहले बहूबाजार में हुआ आरडीएक्स विस्फोट याद कीजिए. आज पूरा राज्य बारूद के ढेर पर खड़ा है. अगर प्रशासन ने इसका संज्ञान नहीं लिया, तो बंगाल आग की लपटों में घिर जायेगा.

राहुल सिन्हा, भारतीय जनता पार्टी

श्री रॉय ने कहा कि आतंकवादी सीमा पार कर इस तरफ आये और सीमा पर निगरानी का काम केंद्रीय बल करते हैं. उन्होंने कहा, ‘सीमा बल ज्यादा सतर्क हो सकते थे.’ टीएमसी नेता ने कहा कि बीएसएफ और राज्य के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए. विपक्ष के आरोपों पर श्री रॉय ने कहा, ‘वे राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं.’

Posted By : Mithilesh Jha

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