Anti Conversion Bill कर्नाटक सरकार के ‘धर्मांतरण विरोधी बिल’ को लेकर चिंता जाहिर करते हुए बेंगलुरु के आर्कबिशप पीटर मचाडो ने शनिवार को कहा कि हम ईसाई धर्मांतरण विरोधी विधेयक को लेकर थोड़े चिंतित हैं. आप कर्नाटक की तुलना अन्य राज्यों से नहीं कर सकते है. पीटर मचाडो ने कहा कि हमें कुछ ऐसा करना चाहिए, जो अन्य राज्यों ने नहीं किया है और इसका श्रेय कर्नाटक को देना चाहिए.
इससे पहले आर्कबिशप पीटर मचाडो ने धर्मांतरण विरोधी बिल को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को पत्र लिखकर प्रस्तावित कानून के खिलाफ अपना कड़ा विरोध जताया था. सीएम को लिखे पत्र में आर्कबिशप ने जिक्र किया कि धर्मांतरण विरोधी बिल भेदभावपूर्ण और मनमाना है. उन्होंने कहा कि कानून राज्य में अराजकता पैदा करने और राज्य की शांति और एकता को नुकसान पहुंचाने का अधिकार देगा.
We Christians are a little worried about the Anti-Conversion Bill. You can't compare Karnataka with other states. We should be doing something which other states haven't done and bring credit to Karnataka: Peter Machado, Archbishop, Bengaluru pic.twitter.com/62IbpAqAKI
— ANI (@ANI) November 20, 2021
कर्नाटक में पूरे ईसाई समुदाय की ओर से लिखते हुए आर्कबिशप पीटर मचाडो ने कहा कि एक नया कानून बनाने की कोई आवश्यकता नहीं है. मौजूदा कानूनों के किसी भी विचलन की निगरानी के लिए पर्याप्त लॉ और कोर्ट के डायरेक्शन मौजूद है. इसके अलावा आर्कबिशप ने अपने पत्र में राज्य में कार्यरत आधिकारिक और गैर-सरकारी ईसाई मिशनरियों का सर्वेक्षण करने के सरकार के फैसले के खिलाफ भी बात की. उन्होंने निर्णय का विरोध किया और कहा कि जब सरकार के पास पहले से ही जनगणना के दौरान डेटा एकत्र किया गया है तो सर्वेक्षण करने की कोई आवश्यकता नहीं है.
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