भारत बायोटेक जून से शुरू करेगा बच्चों के लिए तैयार COVAXIN का क्लिनिकल ट्रायल, कोरोना के तीसरे लहर से लड़ने की तैयारी

नयी दिल्ली : कोरोना की तीसरी लहर की चर्चा की बीच एक अच्छी खबर आयी है. भारत बायोटेक (Bharat Biotech) बच्चों के लिए तैयार किये गये कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का क्लिनिकल ट्रायल जून से शुरू कर सकता है. कंपनी के बिजनेस डेवलपमेंट और इंटरनेशनल एडवोकेसी हेड डॉ राचेस एला ने यह बात कही. जैसा कि कहा जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर से सबसे अधिक खतरा बच्चों को है. इस स्थिति में यह वैक्सीन काफी कारगर साबित होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2021 8:11 AM

नयी दिल्ली : कोरोना की तीसरी लहर की चर्चा की बीच एक अच्छी खबर आयी है. भारत बायोटेक (Bharat Biotech) बच्चों के लिए तैयार किये गये कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का क्लिनिकल ट्रायल जून से शुरू कर सकता है. कंपनी के बिजनेस डेवलपमेंट और इंटरनेशनल एडवोकेसी हेड डॉ राचेस एला ने यह बात कही. जैसा कि कहा जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर से सबसे अधिक खतरा बच्चों को है. इस स्थिति में यह वैक्सीन काफी कारगर साबित होगा.

फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम ‘ऑल अबाउट वैक्सीन’ परिचर्चा में भाग लेते हुए एला ने कहा कि भारत बायोटेक को कोवैक्सिन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से तीसरी या चौथी तिमाही के अंत तक मंजूरी मिल सकती है. डॉ एला ने आश्वासन दिया कि भारत बायोटेक इस साल के अंत तक COVAXIN उत्पादन में वृद्धि करेगा और लगभग 700 मिलियन खुराक तैयार करेगा.

उन्होंने 1,500 करोड़ रुपये का एडवांस खरीद आदेश प्रदान करके कंपनी का समर्थन करने के लिए सरकार की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि हमारी कड़ी मेहनत रंग ला रही है क्योंकि टीका अच्छी तरह से काम कर रहा है और जीवन बचा रहा है. जब हम हर दिन काम से घर वापस जाते हैं तो हमें यह अच्छा एहसास होता है. इस साल के अंत तक हम अपनी निर्माण क्षमता को 700 मिलियन खुराक तक बढ़ायेंगे.

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उन्होंने कहा कि हमें सरकार का पूरा समर्थन मिलने की खुशी है जिसके कारण हम इस यात्रा में आज जहां हैं, वहां खड़े होने में सक्षम हैं. वैक्सीन हमारे और ICMR द्वारा विकसित किया गया है. सरकार ने 1,500 करोड़ रुपये का एडवांस खरीद आदेश दिया है. इससे हमें अपनी जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी. इसलिए हम बैंगलोर और गुजरात में विस्तार कर रहे हैं.

बता दें कि भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने 13 मई को 2 से 18 वर्ष के आयु वर्ग में Covaxin के दूसरे और तीसरे चरण के ​​​​परीक्षणों को मंजूरी दी है. स्वदेशी कोवैक्सीन भारत बायोटेक द्वारा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से विकसित किया गया है. इस समय यह वैक्सीन देश में टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा है. इसके साथ-साथ सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का कोविशील्ड भी लोगों को लगाया जा रहा है.

Posted By: Amlesh Nandan.

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