Bharat Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे, क्या कांग्रेस को होगा 2024 में चुनावी फायदा?
विशेषज्ञों के अनुसार राहुल गांधी की पदयात्रा से कांग्रेस को आने वाले दिनों में फायदा मिल सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि इस यात्रा से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को कई ऐसे सवालों के जवाब मिल गए हैं, जिनकी उसे लंबे समय से तलाश थी.
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा अपने सौवें दिन में प्रवेश कर गई. राहुल गांधी की अगुआई में कांग्रेस की यह यात्रा पूरे 150 दिनों तक चलेगी. इस यात्रा पर करीबी नजर रखने वालों की मानें तो इससे कांग्रेस को भविष्य में चुनावी फायदा मिल सकता है.
क्या भारत जोड़ो यात्रा चुनावी फायदा दिलाने में सफल होगी?
विशेषज्ञों के अनुसार राहुल गांधी की पदयात्रा से कांग्रेस को आने वाले दिनों में फायदा मिल सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि इस यात्रा से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को कई ऐसे सवालों के जवाब मिल गए हैं, जिनकी उसे लंबे समय से तलाश थी. हालांकि, कुछ राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यात्रा के लिए कांग्रेस के पास अधिक ठोस राजनीतिक उद्देश्य होने चाहिए थे. उन्होंने गुजरात और हिमाचल प्रदेश जैसे चुनावी राज्यों को छोड़ने के पार्टी के कदम पर सवाल भी उठाए हैं.
विवादों से घिरा है भारत जोड़ा यात्रा
कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने वाली भारत जोड़ो यात्रा पिछले तीन महीनों में कई विवादों का कारण भी बनी है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के नेताओं के बीच तीखी जुबानी जंग भी देखने को मिली है, जिसमें राहुल गांधी की दाढ़ी और बरबेरी टी-शर्ट पर तंज कसा जाना भी शामिल है.
अब तक 2800 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं राहुल गांधी
अब तक 2800 किलोमीटर से अधिक पदयात्रा कर चुके राहुल अपने समर्थकों के साथ-साथ विरोधियों का भी ध्यान आकर्षित करने में कामयाब रहे हैं. फिल्मी सितारों से लेकर अकादमिक विशेषज्ञों तक, विभिन्न क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियां भी समय-समय पर उनके साथ कदमताल करती नजर आयी हैं.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दो राज्यों में हुए चुनाव में कांग्रेस का मिश्रित प्रदर्शन
भारत जोड़ो यात्रा के चुनावी फायदे में तब्दील होने से जुड़े सवालों के बीच कांग्रेस के लिए हाल ही में संपन्न दो राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे मिश्रित रहे. हिमाचल में जहां पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया, वहीं गुजरात में सीट संख्या के लिहाज से वह अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई. हालांकि, पार्टी की चुनावी किस्मत पर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के असर की स्पष्ट तस्वीर अगले साल कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों से सामने आएगी, जहां पदयात्रा व्यापक पैमाने पर गुजरी.
इन राज्यों से होकर गुजर चुकी है भारत जोड़ो यात्रा
भारत जोड़ो यात्रा अब तक आठ राज्यों-तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान से गुजर चुकी है। यह यात्रा 24 दिसंबर को दिल्ली में दाखिल होगी और फिर लगभग आठ दिनों के विश्राम के बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से गुजरते हुए जम्मू-कश्मीर में समाप्त होगी.