Bharat Jodo Yatra के तहत अगले 150 दिनों तक कंटेनर में सोएंगे राहुल गांधी, यहां खाएंगे खाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) 150 दिनों की 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करेंगे. राहुल अन्य नेताओं के साथ कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर लंबी यात्रा शुरू करेंगे. इस दौरान वह किसी 5 स्टार होटल में नहीं, बल्कि कंटेनर में सोया करेंगे.
तमिलनाडु की कन्याकुमारी से शुरू हो रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस के लिए भारतीय राजनीति का ‘टर्निंग प्वाइंट’ हो सकता है. ये राह राहुल गांधी के लिए काफी मुश्किल भरा होने वाला है. राहुल अन्य नेताओं के साथ कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर लंबी यात्रा करेंगे. इस दौरान वह किसी 5 स्टार होटल में नहीं, बल्कि कंटेनर में सोया करेंगे.
कंटेनर में सोएंगे राहुल गांधी
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान जिस कंटेनर में रहेंगे, उनमें स्लीपिंग बेड, शौचालय और एयर कंडीशनर लगाए गए हैं. सूत्रों ने कहा, “लगभग 60 कंटेनरों की व्यवस्था की गई है और कन्याकुमारी की ओर भेजा गया है, जहां एक गांव स्थापित किया जाएगा. जिसमें ये सभी कंटेनर रखे गए हैं. कंटेनर को हर दिन रात के आराम के लिए एक नए स्थान पर पार्क किया जाएगा.
सड़क पर भोजन करेंगे राहुल गांधी
राहुल गांधी सभी अन्य नेताओं के साथ सड़क पर भोजन करेंगे. यात्रियों के दो जत्थे होंगे- सुबह और शाम. सुबह का बैच सुबह 7 बजे से 10.30 बजे तक और शाम का बैच 3.30 बजे से शाम 6.30 बजे तक चलेगा. रोजाना करीब 22 से 23 किमी पैदल चलने की योजना है. शाम का बैच विस्तृत होगा और इसमें जनभागीदारी देखने को मिलेगी. रूट मैप के अनुसार, भारत जोड़ो यात्रा इन 20 प्रमुख स्थानों को छूएगी, जिसमें कन्याकुमारी, तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, नीलांबुर, मैसूर, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगांव जमोद, इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अंबाला, पठानकोट, जम्मू, श्रीनगर शामिल है.
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क्या है भारत जोड़ो यात्रा का मकसद
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं यात्रा संगठन समिति के प्रभारी दिग्विजय सिंह के साथ ‘महात्मा गांधी मंडपम’ के पास तैयारियों का जायजा लिया. जयराम रमेश ने मीडिया से कहा कि देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है. जो राज्य इस यात्रा मार्ग में नहीं आते, वहां कांग्रेस 50 या 100 किलोमीटर की छोटी यात्राओं का आयोजन करेगी. इस यात्रा का मकसद भारत को एकजुट करना है, जो आर्थिक असमानताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण से टूट रहा है.