Bhopal Gas Tragedy: बुधवार रात भोपाल के ईदगाह हिल्स में पानी की सफाई के लिए लगे क्लोरीन टैंक से गैस रिसाव की सूचना के बाद सांस लेने में कठिनाई की शिकायत के बाद तीन लोगों को अस्पताल ले जाना पड़ा. कई अन्य बीमार हो गए थे और उनकी आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई की शिकायत की थी. यह घटना मध्य प्रदेश के भोपाल में एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में हुई और गैस रिसाव के कारण कई लोगों को अपने घरों से बाहर रहना पड़ा. घटना की सूचना मिलते ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए.
सूचना पर भोपाल कलेक्टर व नगर निगम आयुक्त मौके पर पहुंचे. नगर निकाय की टीम ने पाया कि इलाके के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लगे 900 किलोग्राम के क्लोरीन गैस सिलेंडर का नोजल खराबी के कारण लीक होने लगा था. टीम ने पानी और 5 किलो कास्टिक सोडा डालकर स्थिति पर काबू पाया. इलाके के करीब तीन लोगों को सांस लेने में तकलीफ के चलते हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि वे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं.
Also Read: Russia-Ukraine War: परमाणु हथियारों का उपयोग करना मानवता के सिद्धांतों के खिलाफ: राजनाथ सिंहभोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग और भोपाल की मेयर मालती राय ने हमीदिया अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों का हाल जाना. बता दें कि एहतियात के तौर पर गुरुवार को प्रभावित क्षेत्र में पानी की आपूर्ति नहीं की जाएगी. मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीड़ितों के उचित इलाज और मामले की जांच की मांग करते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की मदर इंडिया कॉलोनी में क्लोरीन गैस की टंकी के रिसाव से आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ और कुछ लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की खबर सामने आयी है.
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की मदर इंडिया कॉलोनी में क्लोरीन गैस टैंक के लिकेज होने से लोगों को आँखो में जलन एवं साँस लेने में तकलीफ़ व कुछ लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की ख़बर सामने आयी है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 26, 2022