गुजरात में भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल विस्तार में फंसा पेंच, 90 फीसदी पुराने मंत्रियों को हटाने पर कलह शुरू
बुधवार को शपथ दिलाने के बाद नए मंत्रियों को आगामी 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर मंत्रालय वितरित किया जा सकता है.
अहमदाबाद : गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल विस्तार में पेंच फंसता हुआ दिखाई दे रहा है. सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही खबर के अनुसार, पटेल मंत्रिमंडल में एक-दो महिलाओं समेत नए चेहरों को शामिल करने और पूर्व के विजय रूपाणी मंत्रिमंडल के करीब 90 फीसदी मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाने को लेकर पार्टी में अंदरूनी कलह शुरू हो गई है.
चर्चा इस बात की भी की जा रही है कि गुजरात में नए मंत्रिमंडल के सदस्यों को आगामी 17 सितंबर से पहले शपथ दिलाना जरूरी माना जा रहा है. वह इसलिए कि पार्टी आलाकमान ने 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर पटेल मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को उनका कार्यभार देने की तिथि तय कर रखा है.
इसके पहले मीडिया में चर्चा इस बात की हो रही थी कि गुजरात में बुधवार को भूपेंद्र पटेल मंत्रिमंडल के नए सदस्यों को 2 बजे के बाद शपथ दिलाई जा सकती है. लेकिन, बाद में यह खबर भी आई कि मंत्रिमंडल में नए चेहरों और महिलाओं को शामिल किए जाने को लेकर कोई फैसला नहीं किया जा सका है, इस वजह से इनके शपथ ग्रहण को फिलहाल टाल दिया गया है.
सूत्रों के हवाले से मीडिया में आई खबर के अनुसार, बुधवार को शपथ दिलाने के बाद नए मंत्रियों को आगामी 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर मंत्रालय वितरित किया जा सकता है.
पार्टी आलाकमान की ओर से गुजरात की भाजपा इकाई के प्रभारी भूपेंद्र यादव को भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल के गठन की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसे लेकर प्रदेश भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और भूपेंद्र चुडास्मा शामिल थे.
बता दें कि गुजरात में 2022 के दौरान होने वाले विधानसभा चुनाव में जातीय समीकरण को दुरुस्त करने के लिए भाजपा आलाकमान ने मुख्यमंत्री समेत पूरे मंत्रिमंडल में फेरबदल करने का फैसला किया है. राज्य के पाटीदार समुदाय को भाजपा के पक्ष में करने के लिए भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री के पद पर बैठाने के बाद अब पार्टी नए मंत्रिमंडल में उन नए चेहरों और महिला विधायकों को शामिल करना चाहती है, जो विधानसभा चुनाव में सोशल इंजीनियरिंग के बूते बेड़ा पार लगा सके.
मीडिया की खबरों में बताया जा रहा है कि भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गठित होने वाले नए मंत्रिमंडल में एक या दो महिलाओं को मौका दिया जा सकता है. वहीं, विजय रूपाणी के मंत्रिमंडल के करीब 8 से 10 विधायकों को सरकार से हटाकर संगठन में भेजा जा सकता है.
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इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि वे पहले भी सीएम थे और अब भी सीएम ही रहेंगे. पहले वे मुख्यमंत्री थे, अब वे कॉमन मैन हैं. पार्टी जो भी जिम्मेदारी उन्हें देगी, उसे वे बखूबी पूरा करेंगे.