गढ़ी सांपला-किलोई सीट पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विजयरथ को क्या रोक पाएगी BJP और AAP?
Bhupinder Singh Hooda: गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट के 2024 चुनाव परिणाम आज घोषित होंगे. इस सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, जो पहले से ही चार बार जीत चुके हैं, फिर से मुकाबले में हैं.
Bhupinder Singh Hooda: हरियाणा के रोहतक की गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट हर चुनाव में चर्चाओं में बनी रहती है. इस सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक बार फिर मैदान में हैं. भाजपा की तरफ से इस बार मंजू ने चुनाव लड़ा है, जबकि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार परवीन भी मुकाबले में हैं. भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस सीट पर लगातार चार बार जीत दर्ज कर चुके हैं.
अगर 2019 के चुनावों के आंकड़ों पर नज़र डालें, तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 97,755 वोट पाकर जीत हासिल की थी. वहीं, भाजपा के सतीश मंडल को 39,443 वोट मिले थे. इस चुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में थे. 2009 में हुए परिसीमन के बाद सांपला-किलोई को अलग विधानसभा सीट के रूप में स्थापित किया गया. अब तक इस सीट पर हुए तीन चुनावों में कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा ही विजयी रहे हैं. 2014 के चुनाव में हुड्डा ने 80,693 वोटों के साथ जीत हासिल की थी, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल के सतीश कुमार नांदल को 33,508 वोट मिले थे और वे दूसरे स्थान पर रहे थे.
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2009 में परिसीमन से पहले इस क्षेत्र में किलोई विधानसभा चुनाव हुआ करते थे. किलोई में पहला चुनाव 1967 में हुआ, जिसमें निर्दलीय उम्मीदवार महंत श्रेयोनाथ ने जीत दर्ज की थी. 1968 में कांग्रेस ने चौधरी रणबीर हुड्डा को मैदान में उतारा, और वे विजयी हुए. 1972 में महंत श्रेयोनाथ ने वापसी करते हुए फिर से जीत हासिल की. 1977 में जनता पार्टी के उम्मीदवार हरिचंद हुड्डा ने जीत दर्ज की.
1982 के चुनाव में लोकदल के प्रत्याशी हरिचंद हुड्डा विजयी रहे, जबकि 1987 में लोकदल के ही श्रीकृष्ण हुड्डा ने चुनाव जीता. 1991 के चुनाव में कांग्रेस के कृष्णमूर्ति हुड्डा ने जीत हासिल की. 1996 में एसएपी के श्रीकृष्ण हुड्डा ने जीत दर्ज की. 2000 के चुनाव में कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा विजयी रहे. 2004 में कांग्रेस ने श्रीकृष्ण हुड्डा को टिकट दिया और उन्होंने चुनाव जीता. 2005 में उपचुनाव में कांग्रेस ने फिर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मैदान में उतारा, और उन्होंने जीत दर्ज की.