गन कल्चर के खिलाफ मान सरकार का बड़ा एक्शन, 813 लाइसेंस रद्द, पंजाब में 3.73 लाख से ज्यादा लोगों के पास हथियार
Gun Culture in Punjab: गन कल्चर को लेकर पंजाब सरकार ने विधानसभा में जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में 3.73 लाख से अधिक शस्त्र लाइसेंस हैं. आंकड़ों के हिसाब से सबसे ज्यादा गन कल्चर गुरदासपुर में हैं.
Gun Culture in Punjab: पंजाब में भगवंत मान सरकार गन कल्चर के खिलाफ सख्त हो गयी है. ताजा मामले में पंजाब की भगवंत मान सरकार ने प्रदेश के 813 लोगों की शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिया है. हालांकि अभी भी प्रदेश में 3.73 लाख से ज्यादा लोगों के पास शस्त्र लाइसेंस मौजूद हैं. जिन लोगों के शस्त्र लाइसेंस रद्द किए गए हैं उनमें से 89 लोग ऐसे हैं जो आपराधिक क्षवि वाले हैं.
पंजाब में 3.73 लाख से अधिक शस्त्र लाइसेंस: गन कल्चर को लेकर पंजाब सरकार ने विधानसभा में जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में 3.73 लाख से अधिक शस्त्र लाइसेंस हैं. आंकड़ों के हिसाब से सबसे ज्यादा गन कल्चर गुरदासपुर में हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा गन इसी इलाके में हैं. हालांकि अब पंजाब सरकार एक बार फिर गन कल्चर के खिलाफ सख्त हो रही है. इसी के तहत शस्त्र लाइसेंस के खिलाफ सरकार काम कर रही है.
हत्याकांड और अपराध की रोकथाम के लिए सरकार ने उठाया कदम: गौरतलब है कि पंजाब में इन दिनों आपराधिक गतिविधियों में काफी इजाफा हुआ है. मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या, थाने में बंदूकों के साथ हमला जैसे कई अपराधिक गतिविधियों के बीच मान सरकार ने यह कदम उठाया है. हालांकि इससे पहले भी गन कल्चर के खिलाफ पंजाब सरकार एक्शन ले चुकी है. वहीं, आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद दो हजार से ज्यादा लाइसेंस कैंसिल किए जा चुके हैं.
कहां कितने गन: पंजाब सरकार ने एक सवाल के जवाब में बताया कि प्रदेश में कुल 3,73,053 हथियार लाइसेंस हैं. पंजाब के गुरदासपुर जिले में सबसे ज्यादा 40,789 हथियार लाइसेंस हैं, वहीं बठिंडा में 29,353, पटियाला में 28,340, मोगा में 26,756, अमृतसर (ग्रामीण) में 23,201 और फिरोजपुर में 21,432 शस्त्र लाइसेंस हैं.
इसी कड़ी में पंजाब सरकार ने कहा है कि सबसे ज्यादा मोहाली में 235 हथियार के लाइसेंस रद्द किए गए हैं, वहीं पठानकोट में 199, लुधियाना (ग्रामीण) में 87 और फरीदकोट में 84 लाइसेंस रद्द हुए हैं. राज्य सरकार के अनुसार, अमृतसर में रद्द किए गए सभी 27 हथियारों के लाइसेंस आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों के थे.
भाषा इनपुट से साभार