बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मिशन 2024 का किला फतह करने और विपक्षी एकता में सेंध लगाने के लिए अपनी संसदीय समिति में बड़ा फेरबदल किया है. समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने संसदीय समिति से मध्यप्रेदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, और केंद्रीय परिवहन और राज मार्ग मंत्री नितिन गडकरी को बाहर कर दिया है. इसके साथ ही असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को संसदीय समिति में शामिल किया गया है.
BJP releases a list of members of the party's Central Election Committee (CEC).
Maharashtra Deputy CM Devendra Fadnavis included in the Committee. pic.twitter.com/wvUJAvoNzA
— ANI (@ANI) August 17, 2022
पार्टी की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, राज्यसभा सदस्य व पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा, पार्टी की राष्ट्रीय सचिव व पूर्व सांसद सुधा यादव और वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद सत्यनारायण जटिया को संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाया गया है. पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संगठन महामंत्री बीएल संतोष पहले से ही संसदीय बोर्ड के सदस्य हैं.
Also Read: बिहार भाजपा में होगा बड़ा सांगठनिक बदलाव, नेता प्रतिपक्ष को लेकर अभी भी तस्वीर साफ नहीं
बिहार मेें सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा संसदीय समिति में बदलवा के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं. मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले हफ्ते भाजपा पर जदयू को विभाजित करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए राजग से बाहर निकलने की घोषणा करते हुये विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल से हाथ मिला लिया था. बिहार में अचानक हुआ यह राजनीतिक उथल-पुथल भाजपा के लिए एक बड़ा झटका था. हालांकि मंगलवार को भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि जेडीयू के अलग होने से भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ेगा.