लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस संगठन में बड़ा फेरबदल हुआ है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी कांग्रेस के एआईसीसी प्रभारी पद से हटा दिया गया है. वहीं, कांग्रेस में सचिन पायलट का कद बढ़ा है. उन्हें छत्तीसगढ़ कांग्रेस का प्रभारी नियुक्त किया गया. रमेश चेन्निथला को महाराष्ट्र का कांग्रेस प्रभारी नियुक्त किया गया है. इससे अलावा कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक को गुजरात का प्रभारी बनाया गया है.
Congress leader Priyanka Gandhi Vadra has been relieved from the post of AICC in-charge of UP Congress. Sachin Pilot appointed as in-charge of Chhattisgarh Congress. Ramesh Chennithala appointed as AICC in-charge of Maharashtra. pic.twitter.com/rbmHumcBEa
— ANI (@ANI) December 23, 2023
यूपी की प्रभारी थीं प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी को पार्टी ने महासचिव के तौर पर बरकरार रखा गया है लेकिन फिलहाल उन्हें किसी प्रदेश का प्रभार या कोई अन्य जिम्मेदारी नहीं दी गई है. इससे पहले वो बीते करीब पांच सालों से उत्तर प्रदेश की प्रभारी की भूमिका निभा रही थीं. वहीं, प्रियंका गांधी की जगह पार्टी महासचिव अविनाश पांडे को उत्तर प्रदेश का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है.
क्या-क्या हुए बदलाव
बता दें, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए 12 महासचिवों और 12 प्रदेश प्रभारियों की नियुक्ति की है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह जानकारी दी है. वेणुगोपाल संगठन महासचिव बने रहेंगे तथा महासचिव जयराम रमेश भी पार्टी की संचार विभाग के प्रभारी की जिम्मेदारी निभाते रहेंगे. अजय माकन पार्टी कोषाध्यक्ष की भूमिका निभाते रहेंगे. उनके साथ दो नेताओं मिलिंद देवरा और विजय इंदर सिंघला को संयुक्त कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
वहीं, रणदीप सिंह सुरजेवाला से मध्य प्रदेश के प्रभार वापस लिया गया है और अब वह सिर्फ कर्नाटक के प्रभारी बने रहेंगे. उनके स्थान पर जितेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश के प्रभारी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंप गई है. सिंह पहले से ही असम के प्रभारी की भूमिका निभा रहे हैं. राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को महसचिव नियुक्त करने के साथ ही छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है. महासचिव कुमारी सैलजा को छत्तीसगढ़ से हटाकर उत्तराखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी सौंप गई है. सुखजिंदर सिंह रंधावा राजस्थान के प्रभारी बने रहेंगे.
भाषा इनपुट से साभार