बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2020) के पहले केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी के नेता राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है. उनके दिल का ऑपरेशन हुआ है. उनके बेटे चिराग पासवान ने रविवार को यह जानकारी दी. राम विलास पासवान (74) पिछले पांच दशक से भी अधिक समय से राजनीति में सक्रिय हैं और देश के प्रमुख दलित नेताओं में से एक हैं. वह पिछले कुछ सप्ताह से अस्पताल में भर्ती हैं.
चिराग पासवान ने ट्वीट किया, पिछले कई दिनों से पिता जी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. कल (शनिवार) शाम अचानक उत्पन्न हुई परिस्थितियों की वजह से देर रात उनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ा. इसके कारण चिराग पासवान को पार्टी की एक बैठक रद्द करनी पड़ी, ताकि वह अपने पिता के पास रह सकें. उन्होंने कहा, जरूरत पड़ने पर सम्भवतः कुछ हफ़्तों बाद एक और ऑपरेशन करना पड़े. संकट की इस घड़ी में मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े होने के लिए आप सभी का धन्यवाद…
पिछले कई दिनो से पापा का अस्पताल में इलाज चल रहा है।कल शाम अचानक उत्पन हुई परिस्थितियों की वजह से देर रात उनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ा।ज़रूरत पड़ने पर सम्भवतः कुछ हफ़्तों बाद एक और ऑपरेशन करना पड़े।संकट की इस घड़ी में मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े होने के लिए आप सभी का धन्यवाद।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 3, 2020
‘बिहार फर्स्ट’ दृष्टिपत्र : चिराग ने ‘बिहार फर्स्ट’ दृष्टिपत्र के लिए जन समर्थन मांगा: इधर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ दृष्टि पत्र के लिए लोगों का ‘‘आशीर्वाद” मांगा. यह दस्तावेज इस बारे में संकेत देता है कि पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के तहत राज्य विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सकती है. चिराग पासवान ने एक बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है और कहा है कि उनकी पार्टी (लोजपा) के सभी उम्मीदवार प्रधानमंत्री के हाथ मजबूत करेंगे.
जदयू से शिकायत : दृष्टि पत्र को मोदी से प्रेरित बताते हुए पासवान ने साफ कर दिया है कि उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी जदयू से शिकायत है. उन्होंने मोदी के संग अपनी एक तस्वीर के साथ ट्विटर पर एक संदेश पोस्ट किया है, मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि बिहार को फर्स्ट बनाने के लिए और बिहार की खोई अस्मिता को लौटाने के लिए आप सभी मुझे अपना आशीर्वाद देंगे, ताकि मेरे सभी प्रत्याशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत कर सकें.
143 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है लोजपा : लोजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में 143 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है और भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ वह अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. चिराग पासवान ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी बात की है क्योंकि भाजपा नेतृत्व गठबंधन को बनाए रखना चाहता है. सूत्रों ने बताया कि लोजपा सीटों के बंटवारे की व्यवस्था में उसे पेशकश की गई सीटों को लेकर भी नाखुश है और वह जद(यू) की चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने की उम्मीद कर रही है. बिहार में तीन चरणों में 28 अक्टूबर, तीन नंवबर और सात नवंबर को मतदान होगा, जबकि 10 नवंबर को मतगणना होगी.
Posted By : Amitabh Kuma