जहरीली शराब मामले की गूंज संसद में सुनाई दी. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने बिहार में जहरीली शराब पीने के कारण हुई मौतों के मामले में राज्य की नीतीश कुमार नीत सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की और सीबीआई से जांच कराने की मांग केंद्र सरकार से की. मामले को लेकर भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी इस पर चर्चा की मांग की. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एनएचआरसी को छपरा का दौरा करना चाहिए और हालात का जायजा लेने चाहिए.
लोकसभा में मंगलवार को जहरीली शराब मामले की गूंज सुनाई दी और शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए चिराग पासवान ने कहा कि मैं अपने प्रदेश बिहार को बचाने की गुहार लेकर इस सदन में पहुंचा हूं. जहरीली शराब के कारण एक के बाद एक मौत से राज्य में हत्याओं की एक श्रृंखला शुरू हो चुकी है. उन्होंने राज्य में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है.
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सरकार एवं राज्य का प्रशासनिक तंत्र इस घटना को दबाने की कोशिश में हैं. उन्होंने एक समाचार चैनल के स्टिंग आपरेशन का जिक्र किया और कहा कि बिहार में सभी को इस बात की जानकारी है कि शराबबंदी के बावजूद किस प्रकार से हर जगह शराब की बिक्री की जा रही है.
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लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद ने कहा कि लेकिन इसके बावजूद राज्य में महागठबंधन के नेता इस विषय पर खामोश हैं क्योंकि इसमें उनकी संलिप्तता है. जमुई के सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने कहा कि मैं मांग करता हूं कि केंद्र सरकार इस मामले में स्वत: संज्ञान ले और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए. उन्होंने इस घटना की सीबीआई से जांच कराने की भी मांग की है.
भाषा इनपुट के साथ