बिहार की कवयित्री अनामिका को मिला साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020, मैथिली के लिए कमलकांत और संताली के लिए रूपचंद हुए सम्मानित देखें पूरी लिस्ट
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 की घोषणा हो गयी है. हिंदी की कवयित्री अनामिका को उनके कविता संग्रह ‘टोकरी में दिगंत, थेरी गाथा: 2014’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 दिया गया है. इस कविता संग्रह में अनामिका ने बुद्ध की समकालीन महिला भिक्षुओं पर लंबी कविता लिखी है. इस संग्रह में उन भिक्षुणियों के संघर्ष का चित्रण है.
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 की घोषणा
हिंदी के लिए अनामिका को मिला पुरस्कार
संताली के लिए रूपचंद हांसद को मिला पुरस्कार
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 की घोषणा हो गयी है. हिंदी की कवयित्री अनामिका को उनके कविता संग्रह ‘टोकरी में दिगंत, थेरी गाथा: 2014’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 दिया गया है. इस कविता संग्रह में अनामिका ने बुद्ध की समकालीन महिला भिक्षुओं पर लंबी कविता लिखी है. इस संग्रह में उन भिक्षुणियों के संघर्ष का चित्रण है.
मूलत: बिहार की रहने वाली अनामिका हिंदी की कवयित्री हैं. उन्हें इससे पहले भारतभूषण अग्रवाल एवं केदार सम्मान मिल चुका है.
गुजराती कविताओं के लिए हरीश को उनकी रचना ‘बनारस डायरी’ के लिए साहित्य अकादमी दिया गया है. कन्नड़ के लिए वीरप्पा मोइली को उनकी एपिक स्टोरी श्री बाहुलबली अहिमसादिग्विजयम’ के लिए यह पुरस्कार दिया गया है.
साहित्य अकादमी की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार 20 भाषाओं के लिए पुरस्कार की घोषणा की गयी है. अकादमी ने पुरस्कार देने के लिए सात कविता-संग्रह, चार उपन्यास, पांच कहानी-संग्रह, दो नाटक, एक-एक संस्मरण और महाकाव्य चयन किया है.
Also Read: Arvind Kejriwal ने दिल्ली विधानसभा में कहा-तिरंगा दिल्ली में नहीं तो क्या इस्लामाबाद में फहरायेगा, भाजपा-कांग्रेस से पूछे ये सवालअरुंधति सुब्रह्मण्यम को कविता संग्रह ‘व्हेन गॉड इज़ ए ट्रैवलर’ के लिए जबकि उर्दू में हुसैन-उल-हक को उनके उपन्यास ‘अमावस में ख्वाब’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया है. मैथिली के लिए कमलकांत झा, संताली के लिए रूपचंद हांसदा और बंगाली के लिए मणिशंकर मुखोपाध्याय को यह सम्मान मिला है.
Posted By : Rajneesh Anand