कोटा में बिहार के छात्र ने की आत्महत्या, बोले सीएम अशोक गहलोत- कोचिंग प्रबंधन प्रमुखों की होगी बैठक

बिहार के छात्र द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या करने की जानकारी मंगलवार रात को मिली. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के मुर्दाघर में रखा है. जानें मामले पर क्या बोले सीएम अशोक गहलोत

By Amitabh Kumar | August 18, 2023 3:51 PM

कोटा से खुदकुशी करने का एक मामला और सामने आया जिसने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. बिहार के गया जिले के एक 18 वर्षीय छात्र ने किराए के कमरे में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पीड़ित छात्र आईआईटी-जेईई परीक्षा की तैयारी कर रहा था. पुलिस ने इस बाबत जानकारी दी है. कोचिंग करने वाले छात्रों द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या किए जाने का यह इस माह चौथा मामला है जिससे प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत भी चिंतित हैं.

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा में लगभग 18 से 20 छात्रों की आत्महत्या से मौत हो चुकी है और इसलिए छात्रों की समस्याओं को समझना महत्वपूर्ण है. कोचिंग प्रबंधन प्रमुखों को एक बैठक के लिए बुलाया गया है और इस पर चर्चा की जाएगी कि क्या करने की जरूरत है जिससे इस तरह की घटना ना हो.

मृतक छात्र की पहचान वाल्मीकि प्रसाद के तौर पर हुई

बजाया जा रहा है कि बिहार के छात्र द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या करने की जानकारी मंगलवार रात को मिली. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के मुर्दाघर में रखा है. छात्र के अभिभावकों के आने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जाएगा. मृतक छात्र की पहचान वाल्मीकि प्रसाद के तौर पर की गयी है. वह एक कोचिंग संस्थान में पिछले अकादमिक सत्र से आईआईटी-जेईई प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा था और महावीर नगर इलाके में एक कमरे में पेइंग गेस्ट के तौर पर रह रहा था.

कोई सुसाइड नोट नहीं मिला

मामले को लेकर महावीर नगर पुलिस थाने के अधिकारी परमजीत पटेल ने बताया कि छात्र ने मंगलवार को कमरे में एक लोहे की रॉड से फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि छात्र को अंतिम बार सोमवार शाम को देखा गया था. कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. घटना की वजह का अभी पता नहीं चल सका है.

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पिछले वर्ष आत्महत्या के 15 मामले

आपको बात दें कि कोटा में इस महीने की शुरुआत में कोचिंग संस्थानों में पढ़ाई करने वाले आईआईटी-जेईई के दो तथा एनईईटी-यूजी के एक उम्मीदवार ने भी कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक ऐसे मामलों की संख्या 20 हो गयी है. पिछले वर्ष यहां आत्महत्या के 15 मामले सामने आए थे.

लगाए जा रहे हैं स्प्रिंग-लोडेड पंखे

इधर छात्रों के आत्महत्या के मामलों को कम करने के लिए कोटा के सभी छात्रावासों और पेइंग गेस्ट (पीजी) आवासों में स्प्रिंग-लोडेड पंखे लगाए जा रहे हैं. कोटा में हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल ने छात्रों में बढ़ते आत्महत्या के मामले और इसे कम करने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों पर बात की.

भाषा इनपुट के साथ

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