राजनाथ सिंह और लॉयड ऑस्टिन के बीच कई मुद्दों पर हुई बात, डिफेंस इंडस्ट्रियल कोऑपरेशन का रोडमैप तैयार

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन से व्यापक चर्चा करने के बाद मुक्त, खुले और नियम आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी महत्वपूर्ण है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत क्षमता निर्माण के साथ रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2023 5:16 PM
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भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ औद्योगिक सहयोग को मजबूत करने समेत कई मुद्दों को लेकर द्विपक्षीय बैठक की. बैठक में ऑस्टिन  ने कहा कि भारत-अमेरिका की वैश्विक रणनीतिक साझेदारी तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका साझेदारी एक मुक्त और खुले भारत-प्रशांत की आधारशिला है. हमने अमेरिका-भारत रक्षा औद्योगिक सहयोग के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप स्थापित किया है. ऑस्टिन ने कहा कि हम तेजी से बदलती दुनिया का सामना कर रहे हैं. हम चीन की जबरदस्ती, यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता और आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसी अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों को देख रहे हैं.

गौरतलब है कि ऑस्टिन दो दिन की यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे हैं. सोमवार को उन्होंने राजनाथ सिंह से मुलाकात की. मुलाकात के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि ऑस्टिन से व्यापक चर्चा करने के बाद मुक्त, खुले और नियम आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी महत्वपूर्ण है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत क्षमता निर्माण के साथ रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिका के साथ मिलकर काम करने को उत्सुक है. गौरतलब है कि ऑस्टिन की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा से दो सप्ताह पहले हो रही है.

वहीं, मुलाकात के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्री और अपने दोस्त ऑस्टिन से नई दिल्ली में मुलाकात करके खुश हूं. राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी बातचीत सामरिक हितों के अभिसरण और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने समेत कई क्षेत्रों में रक्षा सहयोग मजबूत करने पर केंद्रित रही. राजनाथ सिंह ने कहा कि मुक्त, खुले और नियमों पर आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी महत्वपूर्ण है.

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बता दें, अमेरिका ने 2016 में भारत को एक बड़े रक्षा साझेदार का दर्जा दिया था. जिससे अहम रक्षा उपकरणों एवं प्रौद्योगिकी को साझा करने का मार्ग प्रशस्त हुआ. बता दें, अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन की यह दूसरी बार भारत की यात्रा है.  इससे पहले वो 2021 में भारत की यात्रा पर आये थे. ऑस्टिन फिलहाल सिंगापुर से भारत पहुंचे हैं.

इधर अमेरिकी रक्षा सचिव ऑस्टिन ने एनएसए अजीत डोभाल के साथ भी बैठक की. बैठक में दोनों ने क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए समुद्री, सैन्य और एयरोस्पेस डोमेन में विशिष्ट आला प्रौद्योगिकियों में सहयोग पर चर्चा की. उन्होंने प्रौद्योगिकी के अधिक हस्तांतरण, सह-उत्पादन और भारत की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल के अनुरूप स्वदेशी क्षमताओं के निर्माण पर भी बात की. एनएसए डोभाल अमेरिकी रक्षा सचिव ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि विभिन्न क्षेत्रों के देश अपनी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप कार्रवाई की स्वतंत्रता बनाए रखें और खराब विकल्पों के लिए मजबूर न हों.

भाषा इनपुट के साथ

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