कोरोना और Bird Flu के डबल अटैक के बीच मोदी सरकार ने उठाया सख्त कदम, बनाया कंट्रोल रूम, इस तरह रखी जायेगी नजर

Bird Flu in India Latest Updates: देश इस समय कोरोना और बर्ड फ्लू के डबल अटैक से जूझ रहे हैं. राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल समेत देश के सात राज्य बर्ड फ्लू के चपेट में आ गये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2021 2:21 PM
an image

Bird Flu in India Latest Updates: देश इस समय कोरोना और बर्ड फ्लू के डबल अटैक से जूझ रहे हैं. राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल समेत देश के सात राज्य बर्ड फ्लू के चपेट में आ गये हैं. इन राज्यों में सैकड़ों की संख्या में पक्षियों की मौत हुई है और इनमें बर्ड फ्लू के लक्षण मिले है. देश में बढ़ते बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने नये कदम उठाये हैं.

बुधवार को केन्द्र सरकार ने जानकारी दी कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल में बर्ड फ़्लू की पुष्टि हो चुकी है. इन राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद केंद्र सरकार की ओर से एक कंट्रोल रूम बनाया गया है. इस कंट्रोल रूम के जरिए सरकार देश में बर्ड फ्लू के मामलों पर नजर रखेगी. केन्द्र सरकार की पशुपालन और डेयरी विभाग राज्य सरकारों के साथ मिलकर इसे रोकने के लिए कदम उठा रही है.

Also Read: Winter Immunity: सर्दियों में इम्यूनिटी बढ़ाने के ये हैं सबसे आसान और कारगर तरीके, आप भी अपनाये इन उपाय को

वहीं केंद्रीय मंत्री संजीव बाल्यान ने कहा कि हमें 5 राज्यों – हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, और केरल से A1 इन्फ्लूएंजा की रिपोर्ट मिली है. उन्होंने कहा कि A1 इन्फ्लूएंजा लोगों तक भी पहुंच सकता है पर अभी तक भारत में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है. हन राज्य सरकारों के साथ मिल कर काम कर रहे हैं.

मध्य प्रदेश में भी बर्ड फ्लू के कारण अब तक सैकड़ों पक्षियों की मौत हो चुकी है. वहीं राज्य सरकार इसको लेकर लगातार सतर्क है. इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बर्ड फ्लू पर वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक भी किया. बैठक के बाद मध्यप्रदेश में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि बर्ड फ्लू को लेकर आज माननीय मुख्यमंत्री जी ने उच्चस्तरीय बैठक की और निर्देश दिया कि बर्ड फ्लू के पूरे मामले की जिला स्तर पर निगरानी हो. मध्य प्रदेश की सरकार इस पूरी स्थिति का जायज़ा ले रही है.

वहीं राजस्थान के करीब 15 जिलों में पक्षियों के मौत की हुई है, जिनके सैंपल की जांच के लिए भोपाल के लैब में भेजा गया है. हिमाल प्रदेश में सबसे ज्यादा पक्षियों की मौत हुई है वहां अब तक 1800 प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है.

Posted by : Rajat Kumar

Exit mobile version