Bird Flu in India: कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन (New Strain Of Coronavirus) के बीच देश में अब एक और खतरा तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना महामारी के बीच देश के चार राज्य बर्ड फ्लू के चपेट में आ गये हैं. मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश के साथ ही केरल भी बर्ड फ्लू की चपेट में आ गया है. इन चारों राज्यों में पिछले कुछ दिनों में ही सैकड़ों पक्षियों की मौत हो गई है और फ्लू को लेकर सरकारों ने अलर्ट जारी किया है.
Bird Flu has been detected in four samples of dead crows sent to the state lab. Around 100 crows died in Mandsaur between 23rd Dec & 3rd Jan. Medical team to conduct surveillance within 1-km of the infected area: Dr Manish Ingole, Animal Husbandry Dept, Mandsaur, #MadhyaPradesh https://t.co/WPWvTq3Fyq pic.twitter.com/8PuYuFzW8E
— ANI (@ANI) January 5, 2021
केरल के पशुपालन मंत्री के राजू ने कहा कि केरल में दो जिलों – अलप्पुझा और कोट्टायम को सोमवार को हाई अलर्ट पर रखा गया. उन्होंने कहा राज्य में 50,000 बत्तखों को जांचा जा रहा है कि कहीं उनमें बर्ड फ्लू के लक्षण तो नहीं. वहीं हिमाचल प्रदेश में, अधिकारियों ने बताया था कि लगभग 1,800 प्रवासी पक्षी, उनमें से ज्यादातर बार-सिर वाले गीज़, जो पिछले सोमवार को कांगड़ा जिले के पौंग डैम झील में मृत पाए गए थे, उनमें एवियन इन्फ्लूएंजा से प़जिटिव पाये गये हैं.
राजस्थान में आधा दर्जन जिलों में कौवों के मृत पाए जाने के बाद पिछले सप्ताह बर्ड फ्लू के वायरस का पता चला था और बाद में मध्य प्रदेश के इंदौर में लगभग 50 कौवे के मृत पाये गये थें. बता दें कि बर्ड फ्लू H5N1 इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाले पक्षियों में एक अत्यधिक संक्रामक और गंभीर श्वसन रोग है, जो कभी-कभी मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है. ।
राजस्थान में, पक्षियों की मौत के लगभग 175 नए मामलों के बाद एक चेतावनी दी गई थी. राज्य के अधिकारियों ने कहा कि कौवा मौतों के अलावा, अन्य पक्षियों की मौतों की भी रिपोर्ट थी. उन्होंने कहा कि कोटा में लगभग 24 कबूतर मृत पाए गए, दौसा में चार बगुले और बारां जिले के दो अन्य पक्षी. बता दें कि राज्य के 15 जिलों में मौतें हुई हैं.
भोपाल में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज में परीक्षणों ने मृत पक्षियों में वायरस की उपस्थिति की पुष्टि की. वहीं केरल के पशुपालन मंत्री के राजू ने प्रकोप को रोकने के लिए कदमों के समन्वय के लिए मंगलवार को एक बैठक बुलाई है. हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों ने कहा कि मृत पक्षियों को बर्ड फ्लू प्रोटोकॉल के अनुसार निपटाया जा रहा है, यह कहते हुए कि राज्य के अन्य जल निकायों से अब तक इस तरह की कोई मौत नहीं हुई है.