Loading election data...

BJP के 24 विधायक ‘बागी’, राज्यपाल और शुभेंदु की मीटिंग के बाद ‘कमल’ में टूट के दावे के मायने क्या हैं?

Bengal Political Update: पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद सियासी उठापटक काफी तेज हो चुकी है. इसी बीच चुनावी हिंसा को लेकर बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने गवर्नर जगदीप धनखड़ से सोमवार को मुलाकात की. इस प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने किया. शुभेंदु अधिकारी के साथ मौजूद विधायकों की संख्या को लेकर तरह-तरह के बयान सामने आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि मुकुल रॉय की टीएमसी में वापसी के बाद बीजेपी में बड़ी टूट हो सकती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2021 11:51 AM
an image

Bengal Political Update: पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद सियासी उठापटक काफी तेज हो चुकी है. इसी बीच चुनावी हिंसा को लेकर बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने गवर्नर जगदीप धनखड़ से सोमवार को मुलाकात की. इस प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने किया. शुभेंदु अधिकारी के साथ मौजूद विधायकों की संख्या को लेकर तरह-तरह के बयान सामने आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि मुकुल रॉय की टीएमसी में वापसी के बाद बीजेपी में बड़ी टूट हो सकती है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी और राज्यपाल की मीटिंग में 74 में से 50 बीजेपी विधायक मौजूद थे. जबकि, बीजेपी के 24 विधायक गायब थे.

Also Read: शुभेंदु से मुलाकात के बाद गवर्नर जगदीप धनखड़ ने ममता पर फिर बोला हमला, कहा- बंगाल में अंतिम सांसें गिन रहा है लोकतंत्र
सीएम ममता बनर्जी भूल चुकी हैं ‘राजधर्म‘

दरअसल, बीजेपी का आरोप है पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव रिजल्ट के बाद जारी हिंसा में 40 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है. एक लाख से ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को दूसरी जगह शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है. इसके बावजूद राज्य की सीएम ममता बनर्जी की सरकार कुछ नहीं कर रही है. इस मसले को लगातार बीजेपी उठाती रही है. यहां तक कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी ममता बनर्जी को राजधर्म की याद दिलाते रहते हैं.

सोमवार को बीजेपी विधायक नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे और हिंसा पर कार्रवाई की मांग की. दूसरी तरफ उनके साथ बीजेपी के विधायकों के रिश्ते पर भी सवाल उठ रहे हैं.

मुलाकात के बाद उठ रहे कयास

बंगाल में मुकुल फैक्टर कितना कारगर? 

कुछ दिनों पहले ही चार साल के बाद मुकुल रॉय ने बीजेपी छोड़कर टीएमसी में घर वापसी की. उस समय मुकुल रॉय ने दावा किया था कि बीजेपी में जैसे हालात बन रहे हैं, उसमें कोई भी रहना नहीं चाहता है. मुकुल रॉय का बयान राजनीति कयासों को हवा दे गया. इसके बाद शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में बीजेपी विधायक राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे और उनकी संख्या को लेकर मुकुल रॉय के बयान पर कयासों का बाजार गर्म होता चला गया. इसके पहले 5 जून को टीएमसी की बैठक में भी बीजेपी के कई नेताओं के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की बात कही गई थी, जो सच साबित नहीं हुई. सिर्फ मुकुल रॉय ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल होते दिखे.

Also Read: बंगाल का एक और विभाजन! उत्तर बंगाल के इन जिलों को मिलाकर केंद्रशासित प्रदेश बनाने की चर्चा
बीजेपी के 24 विधायक और सियासी हलचल

अगर पश्चिम बंगाल की राजनीति की बात करें तो शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी छोड़कर बीजेपी का कमल थामा और नंदीग्राम से जीतकर नेता प्रतिपक्ष बन गए. कभी ममता बनर्जी के सेनापति रहे शुभेंदु अधिकारी आज बीजेपी विधायकों को लीड कर रहे हैं. सीएम ममता बनर्जी पर जुबानी हमले कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले भी शुभेंदु अधिकारी ने पीएम नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के बड़े नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की थी. उस समय पश्चिम बंगाल में बड़ी हलचल का दावा किया था. अब, शुभेंदु अधिकारी और राज्यपाल की मुलाकात में 24 बीजेपी विधायकों के गायब रहने को ही बड़ी हलचल से जोड़ा जा रहा है. हालांकि, बीजेपी ने तमाम कयासों को खारिज भी कर दिया है.

Exit mobile version