कर्नाटक : भाजपा प्रत्याशी महेश तेंगिकाई ने जगदीश शेट्टार को बताया अपना गुरु, कही ये बड़ी बात

महेश तेंगिंकाई ने कहा कि पार्टी नई पीढ़ी राजनीति में लाना चाहती है. उन्होंने हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट पर हमारी जीत पक्की है. उन्होंने कहा कि राजनीति में जाति वाला एजेंडा नहीं होना चाहिए. भाजपा सबका साथ, सबका विकास के आधार पर काम करती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2023 4:05 PM
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बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं. सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टियां एक-दूजे पर सियासी हमला करने का कोई भी अवसर गंवाना नहीं चाहतीं. इस बीच, खबर यह भी है कि हुबली-धारवाड़ विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी महेश तेंगिकाई ने अभी हाल ही में पार्टी छोड़ कांग्रेस का दामन थामने वाले नेता जगदीश शेट्टार को अपना गुरु बताया है. मंगलवार को वे मूरुसवीर मठ गए थे, जहां उन्होंने मनमहाराज निरंजन गुरुसिद्ध राजयोगिंद्र महास्वामीजी से मुलाकात की. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने शेट्टार मेरे गुरु रहे हैं. यह जंग गुरु-शिष्य के बीच है. उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि वे मुझे अपना आशीर्वाद जरूर देंगे.

नई पीढ़ी को राजनीति में लाना चाहती है भाजपा

संवाददाताओं से बातचीत करते हुए भाजपा के प्रत्याशी महेश तेंगिंकाई ने कहा कि पार्टी नई पीढ़ी राजनीति में लाना चाहती है. उन्होंने हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट पर हमारी जीत पक्की है. उन्होंने कहा कि राजनीति में जाति वाला एजेंडा नहीं होना चाहिए. भाजपा सबका साथ, सबका विकास के आधार पर काम करती है.

जगदीश शेट्टार ने भाजपा पर साधा निशाना

उधर, अभी हाल ही में भाजपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने वाले जगदीश शेट्टार ने बीएल संतोष पर निशाना साधते हुए कहा कर्नाटक के सभी विधानसभा क्षेत्रों में जो हो रहा है, उससे पता चलता है कि लिंगायत समुदाय के लोग परेशान हैं. बीएल संतोष के रवैये से हर कोई परेशान है. यह पार्टी की पूरी प्रणाली को प्रभावित कर रहा है.

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शनिवार को शेट्टार ने भाजपा का छोड़ा साथ

बता दें कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा को शनिवार देर रात उस वक्त झटका लगा, जब सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया. उन्हें कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया गया था, जिससे नाराज होकर उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी में अपने योगदान और राज्य में संभाले गए महत्वपूर्ण पदों को याद करते हुए शेट्टार ने कहा जिस तरह से मुझे अपमानित किया गया, उससे मैं निराश हूं.

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