BJP: दिल्ली में भाजपा भ्रष्टाचार और प्रदूषण को बनाएगी प्रमुख मुद्दा
आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का वादा किया, लेकिन मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और मंत्रियों को जेल जाना पड़ा.
BJP: दिल्ली विधानसभा का चुनाव भाजपा भ्रष्टाचार, प्रदूषण और आम आदमी पार्टी सरकार की विफलता के मुद्दे पर लड़ेगी. सोमवार को भाजपा ने अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया. पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और अन्य पार्टी नेताओं की मौजूदगी में दिल्ली सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया गया. इस मौके पर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली के स्कूलों को विश्वस्तरीय बनाने का वादा किया था, लेकिन दिल्ली के दो लाख बच्चे शिक्षा से वंचित हैं.
आम आदमी पार्टी ने लोगों को 24 घंटे मुफ्त पानी देने का वादा किया था, लेकिन आज भी हजारों लोग पैसे देकर टैंकर से पानी खरीद रहे हैं. दिल्ली सरकार ने लोगों का मुफ्त इलाज करने के लिए क्लीनिक और बड़े अस्पताल बनाने का वादा किया, लेकिन दिल्ली की 70 फीसदी जनता को मजबूरी में निजी अस्पतालों में इलाज कराना पड़ रहा है. आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का वादा किया, लेकिन मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और मंत्रियों को जेल जाना पड़ा. कई विधायकों पर भ्रष्टाचार और दूसरे मामले चल रहे हैं. पार्टी ने इस मौके पर 10 साल, दिल्ली बेहाल, का नारा दिया.
यमुना और हुई प्रदूषित
दिल्ली में पूर्वांचली मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं. आम आदमी पार्टी आरोप लगा रही है कि भाजपा पूर्वांचली मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से कटवा रही है और उनकी तुलना रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों से कर रही है. इस बीच यमुना में झाग और प्रदूषण का मुद्दा उठाकर भाजपा ने आप पर पूर्वांचली मतदाताओं को धोखा देने का आरोप लगाया है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि पूर्वांचल के लोग छठ पूजा यमुना के तट पर करते थे. लेकिन दिल्ली सरकार ने इसे इतना प्रदूषित कर दिया है कि पूर्वांचली लोग यमुना किनारे छठ पूजा नहीं कर सकते हैं.
दस साल बीतने के बावजूद यमुना को केजरीवाल स्वच्छ नहीं कर सके. प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन के तहत देश के हर परिवार को नल से जल पहुंचाने का काम किया. लेकिन दिल्ली सरकार ने इस योजना को लागू नहीं किया. अब दिल्ली को केजरीवाल के भ्रष्टाचार और प्रदूषण से बचाने का समय आ गया है. यही नहीं केजरीवाल सरकार के दौरान जल बोर्ड घोटाला, क्लासरूम घोटाला, शराब घोटाला, मोहल्ला क्लिनिक घोटाला, डीटीसी घोटाला जैसे कई घोटाले हुए.