मिशन 2024 के लिए भाजपा ने बनायी नयी राष्ट्रीय कार्यकारिणी, दीपक प्रकाश को मिली जगह

सुरेश कश्यप, विष्णुदेव साय और अश्वनी शर्मा को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह दी गयी है. कश्यप पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई, साय छत्तीसगढ़ इकाई और शर्मा पंजाब इकाई के प्रमुख रहे हैं. यहां देखें किन्हें और मिली राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह

By Amitabh Kumar | July 9, 2023 8:23 AM

भाजपा लोकसभा और अगामी कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट की है. हर राज्य में पार्टी का फोकस है. इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने पार्टी की कुछ राज्य इकाइयों के पूर्व प्रमुखों समेत 10 नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए, उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया है. इस संबंध में पार्टी की ओर से बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के नये सदस्यों में बंडी संजय कुमार, दीपक प्रकाश, सतीश पूनिया और संजय जायसवाल शामिल हैं. आपको बता दें कि कुमार पार्टी की तेलंगाना इकाई, प्रकाश झारखंड इकाई, पूनिया राजस्थान इकाई और जायसवाल बिहार इकाई के प्रमुख रह चुके हैं.

सुरेश कश्यप, विष्णुदेव साय और अश्वनी शर्मा को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह दी गयी है. कश्यप पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई, साय छत्तीसगढ़ इकाई और शर्मा पंजाब इकाई के प्रमुख रहे हैं. पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता धर्मलाल कौशिक, आंध्र प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सोमू वीरराजू और राजस्थान के नेता किरोड़ी लाल मीणा कार्यकारणी में शामिल अन्य सदस्य हैं.

कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले भाजपा ने

इससे पहले भाजपा ने झारखंड सहित कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले थे. इसमें झारखंड की जिम्मेदारी बाबूलाल मरांडी को सौंपी गयी. इसके अलावा पार्टी ने जिन चार राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले हैं, उसमें झारखंड, पंजाब, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना शामिल हैं. बाबूलाल मरांडी झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष बनाये गये हैं. जबकि कांग्रेस से आए सुनील जाखड़ को पंजाब, आंध्र प्रदेश में डी पुरंदेश्वरी और जी किशन रेड्डी को तेलंगाना का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है.

Also Read: चुनावी समरः राजस्थान, छत्तीसगढ़, एमपी और तेलंगाना चुनाव को लेकर बीजेपी ने कसी कमर, प्रभारियों की नियुक्ति
छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव

यहां चर्चा कर दें कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में साल 2018 में कांग्रेस ने भाजपा को मात देकर सत्ता हासिल किया था. कांग्रेस ने प्रदेश में भाजपा के 15 साल के शासन को समाप्त किया था. वहीं राजस्थान में सत्ता बदलने का ट्रेंड रहा है. प्रदेश की जनता हर पार्टी को एक के बाद एक मौका देती है.

Next Article

Exit mobile version