राजस्थान में भी केंद्रीय मंत्रियों को चुनाव में उतारेगी बीजेपी? जानें क्या बोले गजेंद्र सिंह शेखावत

Rajasthan Election 2023 : बैठक में स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन ही सर्वोपरि है और चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा. जानें जानें अमित शाह के साथ हुई बैठक के बाद क्या बोले गजेंद्र सिंह शेखावत

By Amitabh Kumar | September 30, 2023 8:01 PM
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Rajasthan Election 2023 : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगामी विधानसभा चुनाव से जुड़े मुद्दों को लेकर पिछले दिनों राजस्थान की राजधानी जयपुर में पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ लंबी चर्चा की. इस बैठक के बाद कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. इस संबंध में जब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बैठक में हमने कई विषयों पर बात की. आने वाले 2023 और 2024 के चुनावों में बीजेपी कैसे बेहतर प्रदर्शन को लेकर चर्चा की गई. पार्टी की ताकत कैसे बढ़ाई जाए इसपर मंथन किया गया. आगामी चुनावों में बीजेपी को क्या रणनीति अपनानी चाहिए ? इसपर बात हुई. उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि विभिन्न बिंदु पर राज्य सरकार विफल रही, जैसे भ्रष्टाचार, महिला सुरक्षा, और कानून व्यवस्था की विफलता…इसपर भी बैठक में चर्चा की गई. हमने इन बिंदुओं को ध्यान में रखकर वर्तमान राज्य सरकार को कैसे उखाड़ फेंका जाए इस पर विस्तृत चर्चा की.

राजस्थान में भी केंद्रीय मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारेगी बीजेपी

पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठकों का दौर गत बुधवार देर शाम जयपुर के एक होटल में शुरू हुआ जो देर रात दो बजे तक जारी रहा. पार्टी में राजस्थान को लेकर शीर्ष स्तरीय बैठकों का यह दौर ऐसे समय में हुआ है जब वह अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने वाली है. पार्टी द्वारा मध्य प्रदेश में तीन केंद्रीय मंत्रियों और चार अन्य सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद इन अटकलों को बल मिला है कि राजस्थान में भी दो केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है. राजस्थान व मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.

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शाम एक विशेष विमान से जयपुर पहुंचे थे शाह और नड्डा

अमित शाह और जेपी नड्डा गत बुधवार शाम एक विशेष विमान से जयपुर पहुंचे थे और हवाई अड्डे के पास एक होटल गए जहां पार्टी की कोर कमेटी की बैठक शुरू हुई. पार्टी सूत्रों ने बताया कि शाह और नड्डा ने सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ बैठक की. राजे से मुलाकात करीब 15 मिनट तक चली. इसके बाद पार्टी के राज्य के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई जिसमें विधानसभा क्षेत्रों व चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई. हाल में संपन्न हुई चार परिवर्तन यात्राओं पर भी ‘फीडबैक’ लिया गया. सूत्रों ने कहा कि समीक्षा की गई कि यात्राओं में कहां लोग अधिक आए और कहां कम… इसके कारणों पर चर्चा की गई.

कौन-कौन थे इस बैठक में

बैठक में केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान के लिए पार्टी के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल व कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां और अन्य नेता मौजूद थे. बैठक करीब तीन घंटे तक चली थी. इसके बाद सतीश पूनियां व सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ बैठक स्थल से निकलते दिखाई दिए. पार्टी सूत्रों के अनुसार, नड्डा और शाह ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, चुनाव सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह और कुलदीप विश्नोई और विजया रहाटकर सहित अन्य नेताओं के साथ अगले दौर की बैठक की.

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अधिक सीटें कैसे जीती जाएं इसपर हुई बात

सूत्रों ने बताया कि बैठक में विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा हुई. बैठक में इस बात पर मंथन किया गया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मेवाड़, शेखावाटी, हाड़ौती, मारवाड़ इलाके और पूर्वी राजस्थान में अधिक से अधिक सीटें कैसे जीती जाएं. इसके अनुसार, इस बात का बारीकी से आकलन किया गया कि किन निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी कमजोर है और जीत सुनिश्चित करने के लिए क्या रणनीति की जरूरत है. उन सीटों की श्रेणियों पर भी विस्तृत चर्चा हुई – जहां पार्टी पिछले तीन चुनावों से लगातार जीत रही है या हार रही है और जहां पार्टी वैकल्पिक रूप से जीत रही है.

स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन ही सर्वोपरि

सूत्रों ने कहा कि बैठक में स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन ही सर्वोपरि है और चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा. पार्टी की राज्य इकाई के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कुछ अन्य सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है. पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में टिकट वितरण और अन्य चुनाव संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई. हालांकि, बैठक के बाद होटल से निकल रहे पार्टी नेताओं ने बैठकों के बारे में मीडियाकर्मियों से बात नहीं की थी. चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने बताया कि पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर ही मीडिया को जानकारी दी जाएगी.

भाषा इनपुट के साथ

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