इम्फाल : कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बीच मणिपुर में बीजेपी सरकार ख़तरे में आ गयी है. पार्टी समर्थित 9 विधायक बगावत पर उतर आये हैं, जिसके बाद एन बीरेन सिंह की सरकार अल्पमत में आगयी है. माना जा रहा है कि आज राज्य में बड़ी राजनीतिक उलटफेर हो सकती है.
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में बीजेपी के तीन नेताओं ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया है, वही सहयोगी दल एनपीपी, तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है, जिसके बाद सरकार अल्पमत में आ गयी है. बता दें कि राज्य विधानसभा की अभी लगभग तीन साल कार्यकाल बाकी है.
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कांग्रेस आज करेगी दावा- राज्य में राजनीतिक हालातों को देखकर कांग्रेस आज सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है. एक कांग्रेस विधायक ने बताया कि आज ओकराम इबोबी सिंह के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा हम पेश करेंगे. हमें उम्मीद है, जल्द ही इस राजनीति संकट से हम निपट लेंगे.
एक सीट पर राज्यसभा चुनाव- राज्य में एक सीट पर राज्यसभा चुनाव होना है. चुनाव भाजपा की ओर से मणिपुर के नाममात्र के नरेश लीसेम्बा सनाजाओबा और कांग्रेस ने टी. मंगी बाबू को प्रत्याशी है. बता दें कि राज्यसभा सीट पर 19 जून को चुनाव होना है.
क्या है राज्य का गणित- 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में वर्तमान में 59 विधायक हैं. 3 विधायक के इस्तीफा देने केबल बीजेपी के पास 18 विधायक शेष बच गया है, पार्टी को नगा पीपुल्स फ्रंट और लोजपा का समर्थन प्राप्त है, जिसे मिलाकर 23 सीट हो जाती है. बहुमत के लिए अभी 29 सीट चाहिए. वहीं कांग्रेस के पास 20 विधायक है. कांग्रेस को उम्मीद है कि उसे एनपीपी, निर्दलीय और तृणमूल का समर्थन मिलेगा, जिसके बाद उसकी संख्या 26 हो जायेगी.
राज्यपाल पर दारोमदार- राज्य में जारी राजनीतिक संकट के बीच पूरा दारोमदार राज्य की राज्यपाल नजमा हेपतुल्लाह पर आगयी है. कब देखना यह है कि हेपतुल्लाह राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करती है या कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित.
Posted By : Avinish Kumar Mishra