Parliament Monsoon Session : बीजेपी सांसद ने लोकसभा में उठायी भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग
नयी दिल्ली : लोकसभा में सोमवार को बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठायी. शून्यकाल के दौरान सदन में भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठाते हुए जगदंबिका पाल ने कहा कि भारत की अन्य भाषाओं को भी समृद्ध किये जाने की जरूरत है.
नयी दिल्ली : लोकसभा में सोमवार को बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठायी. शून्यकाल के दौरान सदन में भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठाते हुए जगदंबिका पाल ने कहा कि भारत की अन्य भाषाओं को भी समृद्ध किये जाने की जरूरत है.
जगदंबिका पाल ने कहा कि इस दिशा में वह तीन भाषाओं भोजपुरी, राजस्थानी और भोंटी का विषय उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 16 देशों में 20 करोड़ लोग भोजपुरी बोलते हैं. राजस्थानी भाषा भी काफी संख्या में लोगों द्वारा बोली जाती है. भोंटी भाषा को भूटान में मान्यता भी दे दी गयी है.
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि ऐसे में भोजपुरी, राजस्थानी और भोंटी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए. संविधान की आठवीं अनुसूची में वर्तमान में 22 भाषाएं हैं.
मालूम हो कि भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग बीजेपी, कांग्रेस, जेडीयू के साथ-साथ तृणमूल सांसद ने भी सदन में उठाया था. बीजेपी के राजीव प्रताप रुडी, रविकिशन, महाबली मिश्रा, अर्जुन राम मेघावाल, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, जदयू के अली अनवर अंसारी के अलावा तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय ने भी सदन में आवाज बुलंद की है.
वहीं, कांग्रेस के गृहमंत्री पी चिदंबरम ने भी सदन में भोजपुरी बोलते हुए कहा था कि ”हम रउवा सब के भावना समझतानी”. चिदंबरम ने भोजपुरी बोल कर पूरे देश को आकर्षित करते हुए सबको चौंका दिया था.