BJP On Arvind Kejriwal : प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन भेजा था और उन्हें आज यानी 21 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा था. लेकिन, अरविंद केजरीवाल पूछताछ में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचे. शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को ईडी ने पहले 2 नवंबर को बुलाया था लेकिन, वह उस वक्त भी शामिल नहीं हुए थे. ऐसे में जब अरविंद केजरीवाल नहीं पहुंचे तो बीजेपी ने प्रेस वार्ता कर उनपर और विपक्षी गठबंधन पर जमकर हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने जहां एक ओर अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले का मास्टरमाइंड बताया है वहीं, आप ने पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी AAP की लोकप्रियता से घबरा गई है. आइए जानते है दोनों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए क्या कुछ कहा.
अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के किंगपिन हैं, मास्टरमाइंड हैं, करोड़ों रुपये का गबन किया है, मोटा माल कमाया है।
— BJP (@BJP4India) December 21, 2023
इसलिए अरविंद केजरीवाल ED की पूछताछ से भाग रहे हैं।
– डॉ @sambitswaraj
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संबित पात्रा के प्रेस वार्ता की प्रमुख बातें और आरोप…
आरोप 1 : 2 नवंबर को ईडी ने अरविंद केजरीवाल को बुलाया था और कहा था कि आइए, आमने-सामने बैठकर शराब घोटाला मामले पर चर्चा करें. लेकिन, उस समय वो नहीं आए और भाग गए. आज फिर उन्होंने ऐसा ही किया पूछताछ में शामिल नहीं हुए है.
आरोप 2 : यह घोटाला सबसे बड़े शराब घोटाला में से है. इसकी जांच अभी भी जारी है. ये हम नहीं कह रहे कि करोड़ों का घोटाला हुआ है यह सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की जमानत को खारिज करते समय ही कहा था.
आरोप 3 : हाल फिलहाल में हमने दो घोटाले देखें है. एक दिल्ली शराब घोटाला और दूसरा झारखंड से कांग्रेस सांसद धीरज साहू के यहां से जब्त शराब का करोड़ों कैश. हमने पहले ही कहा है कि I.N.D.I.A. गठबंधन को जोड़ने वाला एक ही कारक है वह है शराब. शराब का पैसा अलमारी-दर-अलमारी मिल रहा है.
आरोप 4 : अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के किंगपिन हैं, मास्टरमाइंड हैं, करोड़ों रुपये का गबन किया है, मोटा माल कमाया है. इसलिए अरविंद केजरीवाल ED की पूछताछ से भाग रहे हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर अपना जवाब भेजा है और इन समन को गैर कानूनी और राजनीति से प्रेरित बताया है. केजरीवाल को ईडी ने गुरुवार को आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वह बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के लिए चले गए. सूत्रों ने मुख्यमंत्री के जवाब का हवाला देते हुए कहा, ‘‘केजरीवाल ने ताजा समन को राजनीति से प्रेरित और गैर कानूनी बताया है. अपने जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपना जीवन पारदर्शिता और ईमानदारी से गुजारा है और उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि वह किसी भी कानूनी समन को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं.’’