BJP: पिछले कुछ महीनों से दिल्ली की झुग्गी बस्तियां राजनीति का केंद्र बन गयी है. भाजपा झुग्गी बस्तियों में अपना आधार बढ़ाने के लिए काम कर रही है. इसके तहत भाजपा नेता झुग्गी के लोगों का समर्थन हासिल करने के लिए झुग्गी में रात बिता रहे हैं. दिल्ली की झुग्गी बस्तियों के मतदाताओं पर पहले कांग्रेस का प्रभाव था, लेकिन बाद में मुफ्त की योजनाओं के कारण आम आदमी पार्टी को उनका समर्थन मिलने लगा. भाजपा इस वर्ग को साधने में जुटी हुई है.
झुग्गी के मतदाताओं को साधने के लिए सोमवार को भाजपा की ओर से दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में झुग्गी बस्ती युवा रोजगार मेला का आयोजन किया गया. इस मेले में देश-विदेश की लगभग 50 से अधिक कंपनियों ने शिरकत की. भाजपा का दावा है कि इस मेले में झुग्गी बस्ती के लगभग दो हजार युवाओं को नौकरी दी गयी है. दिल्ली भाजपा के झुग्गी बस्ती विस्तारक प्रकोष्ठ द्वारा इस बाबत दिल्ली के सभी जिलों की झुग्गी बस्तियों में अभियान चलाया जा रहा था.
इस अभियान के दौरान झुग्गी बस्ती में रहने वाले बेरोजगार युवाओं से फार्म भरवाए गए थे. रोजगार मेला के कार्यक्रम के दौरान प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार 10 सालों से झुग्गी के लोगों को ठगने का काम कर रही है. झुग्गी बस्ती का विकास भाजपा ही कर सकती है. झुग्गी बस्ती में प्रवास के दौरान बड़े पैमाने पर युवाओं ने नौकरी नहीं होने की बात कही थी. इसी को देखते रोजगार मेले का आयोजन किया गया और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा.
भाजपा के लिए क्यों अहम है झुग्गी के मतदाता
दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए झुग्गी वासियों का समर्थन बेहद जरूरी है. एक अनुमान के अनुसार दिल्ली में 750 से अधिक झुग्गी बस्तियां है, जिसमें 30 लाख लोग रहते हैं. इसमें से 15 लाख मतदाता है. दिल्ली की लगभग 20 सीटों पर हार-जीत में झुग्गी मतदाताओं निर्णायक भूमिका अदा करते हैं. दिल्ली के आदर्श नगर, नरेला, वजीरपुर, मॉडल टाउन, राजेंद्र नगर, संगम विहार, तुगलकाबाद, बदरपुर, सीमापुरी, बाबरपुर, अंबेडकरनगर, त्रिलोकपुरी, कोंडली, मोती नगर, ओखला, मादीपुर, मटियाला, शालीमार बाग और किराड़ी में झुग्गी मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है.
इस वर्ग को साधने के लिए भाजपा झुग्गी बस्तियों में पानी की समस्या, सफाई, राशन कार्ड मुहैया कराने के साथ सरकार बनने पर पक्का आवास देने का वादा कर रही है. पार्टी का मानना है कि आप के मुफ्त बिजली, पानी, बसों में फ्री यात्रा के नैरेटिव को युवाओं को रोजगार और अन्य बुनियादी सुविधा मुहैया कराने का वादा कर भाजपा के पक्ष में लाया जा सकता है.