BJP spokesperson Nupur Sharma: बिहार विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नई राष्ट्रीय टीम की घोषणा शनिवार को हो गई. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पद संभालने के 8 महीने बाद बनाई टीम में नई ऊर्जा को ज्यादा तरजीह दी है. बीजेपी ने अब अपने राष्ट्रीय प्रवक्ताओं की संख्या को बढ़ाकर 23 कर दिया है. इसमें एक नाम काफी चर्चा में है और वो है नूपुर शर्मा.
भारतीय जनता युवा मोर्चा की वरिष्ठ नेत्री नूपुर को दूसरी बार राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है. ऐसे में हम आपको आज बताने जा रहे हैं नुपूर शर्मा के बारे में कि वो कौन हैं और मोदी-शाह का भरोसा उनके उपर क्यों हैं. दिल्ली बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा बीजेपी का युवा चेहरा हैं. वो बीजेपी की छात्रसंघ इकाई एवीबीपी की अध्यक्ष रह चुकी हैं. उन्होंने साल 2008 में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था और जीत हासिल कर एबीवीपी का परचम लहराया. तब नूपुर ने 6 सालों से दिल्ली यूनिवर्सिटी में हार का सामना कर रही एबीवीपी को जीत दिलाई थी.
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— Nupur Sharma (@NupurSharmaBJP) September 27, 2020
नूपुर के बोलने के अंदाज और उनकी भाषा पर पकड़ से, वह दिल्ली बीजेपी के दिग्गज नेताओं की नजर में जल्द ही आ गईं और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.राजनीति में बढ़ती सक्रियता के बीच 2009 में नूपुर को भारतीय जनता की युवा मोर्चा की राष्ट्रीय वर्किंग कमेटी में शामिल किया गया. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली. दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष चुने जाने के बाद नूपुर आगे की पढ़ाई (वकालत) के लिए लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स चली गईं थीं.
इसके अलावा वो बर्लिन की कॉनरैल एडेन्यूअर स्कूल ऑफ यंग पॉलिटिशियन से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है.वो पेशे से सुप्रीम कोर्ट की वकील हैं. 2009 में हिन्दुस्तान टाइम्स की 10 इंस्पिरेशनल महिलाओं में उनका नाम था. साल 2012 में नूपुर को बीजेपी का मीडिया सेल का इंचार्ज बनाया गया था.छात्र राजनीति से सक्रिय नूपुर अक्सर जमीनी स्तर पर प्रचार करती नजर आती हैं.
साल 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान किरण बेदी को मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने के बाद बीजेपी ने आम आदमी पार्टी नेता और संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नूपुर शर्मा को नई दिल्ली सीट से टिकट दिया था. इस चुनाव में नूपुर को हार का सामना करना पड़ा. नूपुर करीब 31 हजार वोटों से हारी थीं.अरविंद केजरीवाल से हारने के बावजूद नूपुर का हौसला कम नहीं हुआ. वर्तमान में नूपुर इंग्लिश/हिंदी न्यूज चैनलों पर बीजेपी का पक्ष रखते हुए नजर आती हैं.
Posted By: Utpal kant