बेंगलुरु : उत्तर प्रदेश की तर्ज पर देश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब कर्नाटक में भी जाति समीकरण को साधने के लिए बड़ा दांव खेलने जा रही है. कर्नाटक में वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं और उसने अभी से ही इस चुनाव में जीत दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है. खबर है कि मिशन-2023 के तहत कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान वह सूबे में पहली बार 5 उपमुख्यमंत्री बनाएगी. इसमें सभी समुदाय के युवा चेहरों को शामिल किए जाने की संभावना जाहिर की जा रही है.
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, मिशन-2023 को लेकर भाजपा ने अभी हाल ही में बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाकर उनकी जगह पर बसवराज बोम्मई को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है. अब मीडिया की खबरों में यह बताया जा रहा है कि भाजपा बोम्मई मंत्रिमंडल में 5 उपमुख्यमंत्री बनाएगी. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यहां की जाति समीकरण को साधना बताई जा रही है.
मीडिया की खबरों के अनुसार, भाजपा ने लिंगायत समुदाय के बीएस येदियुरप्पा को उनके पद से हटाकर इसी समुदाय के बसवराज बोम्मई को जिम्मेदारी सौंपी है. अब खबर है कि कर्नाटक में भाजपा बोम्मई के मंत्रिमंडल में यहां के प्रमुख जाति समुदाय एससी, एसटी, वोक्कालिंगा, लिंगायत और ओबीसी के समुदाय के मतदाताओं को साधने के लिए इन पांचों जाति समुदाय के युवाओं को बतौर उपमुख्यमंत्री नियुक्त करेगी.
हालांकि, मीडिया की खबरों में इस बात को लेकर भी चर्चा की जा रही है कि भाजपा कर्नाटक के सबसे बड़े जाति समुदाय को खुश करने के लिए लिंगायत समुदाय के ही दूसरे सबसे बड़े कद्दावर नेता बसवराज बोम्मई को बीएस येदियुरप्पा की जगह पर मुख्यमंत्री बनाया है. अब उसका अगला निशाना वोक्कालिंगा, एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के मतदाता हैं. हालांकि, बोम्मई के शपथ ग्रहण के साथ ही पार्टी ने तीन उपमुख्यमंत्रियों को भी शपथ दिलाई है, लेकिन खबर है कि इसके बाद वह बोम्मई मंत्रिमंडल में दो और उपमुख्यमंत्री बनाएगी.
खबरों के अनुसार, मिशन-2023 के तहत भाजपा कर्नाटक में पांच उपमुख्यमंत्रियों का चयन करने के साथ ही बोम्मई मंत्रिमंडल में 6 से 8 नए चेहरों को शामिल कर सकती है. कर्नाटक में अधिकतम 34 मंत्री बनाए जा सकते हैं. बता दें कि कर्नाटक में भाजपा की लिंगायत और ब्राह्मण समुदाय के मतदाताओं के बीच पहले से ही पकड़ बनी हुई है, लेकिन वह 2008 के विधानसभा चुनाव से ही 113 सीटों के जादुई आंकड़े को पाने के लिए संघर्ष कर रही है. इस बार के यहां के मंत्रिमंडल में फेरबदल कर वह सभी समुदाय के मतदाताओं में अपनी पकड़ बनाकर 113 के जादुई आंकड़े को पाना चाहती है.
Posted by : Vishwat Sen