नयी दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को तमिलनाडु की राजधानी पहुंचे. यहां पहुंचने पर उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया. उन्होंने भी ट्वीट कर कहा है कि ”मैं चेन्नई पहुंचा. तमिलनाडु में होना हमेशा शानदार होता है. आज मैं अपने प्रिय तमिल भाइयों और बहनों को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से संबोधित कर रहा हूं!”
Thank you Tamil Nadu!
Some more pictures from Chennai. pic.twitter.com/FaUNxAQft5
— Amit Shah (@AmitShah) November 21, 2020
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को दिल्ली से तमिलनाडु पहुंचे. चेन्नई पहुंचने पर उन्होंने लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया. स्थानीय लोगों के हुजूम को देखते हुए वे प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए अपने वाहन से बाहर निकल पड़े और शहर के व्यस्त सड़क पर पैदल चलने लगे. मालूम हो कि अमित शाह तमिलनाडु की दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को चेन्नई पहुंचे है.
केंद्रीय गृह मंत्री सह भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े रणनीतिकार अमित शाह के चेन्नई दौरे को अगले साल होनेवाले विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है. मालूम हो कि अगले साल 2021 में असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं.
अगले साल पांच राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनावों में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल बड़े राज्य हैं. अमित शाह नवंबर के पहले सप्ताह में ही पश्चिम बंगाल का दौरा किया था. अब इसी माह के तीसरे सप्ताह में तमिलनाडु के दौरे पर हैं.
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह के दौरे को काफी अहम बताया जा रहा है. बिहार में पार्टी की जीत से लबरेज भाजपा अब देश के पूर्वी और दक्षिणी राज्यों में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में है.
तमिलनाडु में भाजपा की वेल यात्रा को लेकर पहले से ही घमसान मचा है. विपक्षी दल भाजपा की वेल यात्रा को सूबे में दंगा फैलाने की साजिश तक बता चुके हैं. मालूम हो कि निर्धारित एक माह की इस वेल यात्रा का समापन छह दिसंबर को होना है.
संभावना जतायी जा रही है कि अमित शाह पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि के बड़े बेटे एम अलगिरि से भी मुलाकात करेंगे. बताया जाता है कि तमिलनाडु में भाजपा केडीएमके के साथ मिल कर चुनाव लड़ सकती है. डीएमके में उपेक्षित किये जाने के बाद अलगिरि कलैनार डीएमके यानी केडीएमके पार्टी बना सकते हैं.
हालांकि, तमिलनाडु में भाजपा का एआईएडीएमके के साथ गठबंधन है. लेकिन, दोनों पार्टियों में हाल के दिनों में तल्खी बढ़ने के संकेत मिले हैं. मालूम हो कि पार्टी के करीबी माने-जानेवाले कई उद्योगपतियों के यहां छापेमारी हो चुकी है. वहीं, वेल यात्रा को लेकर भी दोनों पार्टियों के बीच के मतभेद खुल कर सामने आये हैं.
तमिलनाडु विधानसभा में कुल 232 सीटें हैं. पिछला चुनाव भाजपा ने एआईडीएमके के साथ मिल कर लड़ा था. लेकिन, बीजेपी को एक भी सीट पर जीत का स्वाद नहीं मिला. वहीं, एआईडीएमके को 134 सीटें मिली थीं. हालांकि, भाजपा को 2.86 फीसदी मत मिले थे. अब भाजपा सदन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाह रही है.