16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

देश में बढ़ रहे हैं ब्लैक फंगस के मामले, देश के 60 फीसदी मामले इन राज्यों से

ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा मामले गुजरात में हैं जहां 2281 संक्रमित मरीज मिले हैं. दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जहां 200 ब्लैक फंगस के मामले सामने आये हैं तीसरे नंबर पर 910 ब्लैक फंगस के मरीज आंध्रप्रदेश में मिले हैं. इन तीन राज्यों में ही देश में ब्लैक फंगस के 58.66 प्रतिशत मामले हैं. इन राज्यों में बढ़ता संक्रमण देश के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.

देश में कोरोना संक्रमण के बाद ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों ने परेशानी बढ़ा दी है. 21 मई को देश में 8848 मामले सामने आये हैं. ब्लैक फंगस के मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है. इसमें लोगों को धुधंला, डबल विजन, सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है, इसका शिकार ज्यादातर वैसे लोग हो रहे हैं जो कोरोना संक्रमण से लड़कर स्वस्थ हुए हैं.

ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा मामले गुजरात में हैं जहां 2281 संक्रमित मरीज मिले हैं. दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जहां 200 ब्लैक फंगस के मामले सामने आये हैं तीसरे नंबर पर 910 ब्लैक फंगस के मरीज आंध्रप्रदेश में मिले हैं. इन तीन राज्यों में ही देश में ब्लैक फंगस के 58.66 प्रतिशत मामले हैं. इन राज्यों में बढ़ता संक्रमण देश के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.

Also Read: कोरोना के नये वेरिएंट पर कितनी प्रभावी है वैक्सीन, जानें एक डोज में आपके कितने हैं सुरक्षित

देश में लगातार बढ़ते इस खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार भी गंभीरता से इससे निपटने में लगी है. ब्लैक फंगस के मामलों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में म्फोटेरिसिन-बी . की 23680 अतिरिक्त शीशियां भेजी हैं. यह दवा राज्यों में मरीजों की संख्या को ध्यान में रखकर भेजा गया है ताकि उन्हें परेशानी का सामना ना करना पड़े. मरीजों की संख्या लगभग 8848 है.

इस सबंध में ट्वीट कर केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने भी जानकारी दी है जिसमें राज्यों के आंकड़ों का भी जिक्र किया है. और भरोसा दिया है कि इन बीमारियों से निपटने के लिए केंद्र जरूरी कदम उठा रहा है.

Also Read: कोरोना के नये वेरिएंट पर कितनी प्रभावी है वैक्सीन, जानें एक डोज में आपके कितने हैं सुरक्षित

इस संक्रमण का खतरा ज्यादातर उन लोगों को है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर है, ऐसे लोगों को बढ़ते बीमारी के मामलों को ध्यान में रखकर ज्यादा सुरक्षित रहने की जरूरत है. उन्हें बासी खाना या फ्रीज में रखे लंबे समय के खाने से परहेज रखना है, अगर फल खाना है तो उन्हें ताजा खाना होगा. हाथ बार- बार साबुन से धोने की आदत बनाये रखने होगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें