कर्नाटक में ब्लैक फंगस का कहर, एक दिन में मिले 1,250 केस, 28 से 84 साल के आयु वर्ग के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित

Black Fungus In Karnataka कोरोना की दूसरी लहर के जारी कहर के बीच कर्नाटक में ब्लैक फंगस यानि म्यूकरमाइकोसिस के तेजी से बढ़ रहे मामलों ने सरकार और लोगों की चिंता बढ़ा दी है. रविवार को कर्नाटक में एक दिन में ब्लैक फंगस के 1,250 मामले सामने आए हैं. राज्य सरकार ने बताया है कि वर्तमान में 1,193 मरीजों का इलाज चल रहा है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के बीच मिंटो आई अस्पताल की निदेशक डॉ. सुजाता राठौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 मई से हमारे वार्ड में म्यूकरमाइकोसिस के लगभग 126 मरीजों का इलाज किया गया, जिनमें से 32 मरीजों की मौत हो चुकी है. जबकि, 20 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2021 4:17 PM
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Black Fungus In Karnataka कोरोना की दूसरी लहर के जारी कहर के बीच कर्नाटक में ब्लैक फंगस यानि म्यूकरमाइकोसिस के तेजी से बढ़ रहे मामलों ने सरकार और लोगों की चिंता बढ़ा दी है. रविवार को कर्नाटक में एक दिन में ब्लैक फंगस के 1,250 मामले सामने आए हैं. राज्य सरकार ने बताया है कि वर्तमान में 1,193 मरीजों का इलाज चल रहा है.

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के बीच मिंटो आई अस्पताल की निदेशक डॉ. सुजाता राठौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 मई से हमारे वार्ड में म्यूकरमाइकोसिस के लगभग 126 मरीजों का इलाज किया गया, जिनमें से 32 मरीजों की मौत हो चुकी है. जबकि, 20 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.

डॉ. सुजाता राठौड़ ने कहा कि हमने छह मरीजों का इलाज किया है. जिनकी आंखों की रोशनी ठीक नहीं हुई. डॉ. सुजाता ने कहा कि औसतन 28 से 84 साल के आयु वर्ग के लोग इस ब्लैक फंगस से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है. उन्होंने बताया कि 11 और 13 साल की उम्र के दो बच्चों को भी इस फंगल इन्फेक्शन से संक्रमित पाया है. म्यूकरमाइकोसिस अब तक केवल वयस्कों को प्रभावित कर रहा था. हालांकि, यह बच्चों में भी पाया जा रहा है और ग्रामीण कर्नाटक में इसके दो मामले सामने आए हैं.

वहीं, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में अब तक ब्लैक फंगस के 1250 मामले सामने आ चुके हैं. वर्तमान में 1,193 का इलाज चल रहा है और 18 ठीक हो गए हैं. जबकि, 39 लोग इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं.

इन सबके बीच, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य को अब तक केंद्र से ब्लैक फंगस संक्रमण के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एम्फोटेरिसिन-बी दवा की लगभग 10 हजार शीशियां मिली हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में हम इलाज और दवा मुफ्त मुहैया करा रहे हैं.

उल्लेखनीय है कि कर्नाटक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में भी दूसरे नंबर पर बना हुआ है. राज्य में पिछले 24 घंटों में यहां कोरोना के 20,378 मामले सामने आए हैं. यहां बीते 24 घंटों में 381 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है. अब कर्नाटक में कुल कोरोना मामलों की संख्या 25,87,827 तक पहुंच चुकी है. राज्य में अब भी कोरोना के 3,42031 एक्टिव मामले हैं.

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