देश में ब्लैक फंगस के 11 हजार से ज्यादा मामले, हरियाणा में 50 से ज्यादा मरीजों की मौत, जानिए क्या है पल्मोनरी एस्परगिलोसिस संक्रमण
कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Second Wave of Corona virus) की रफ्तार भले ही धीमी हो गई गई लेकिन, देश में तेजी से पांव पसार रहे ब्लैक फंगस (Black Fungus) के बढ़ते मामलों ने डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है. हरियाणा में भी ब्लैक फंगस का कहर देखने को मिल रहा है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बताया है कि, ब्लैक फंगस के कारण राज्य में 50 लोगों की जान जा चुकी है.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Second Wave of Corona virus) की रफ्तार भले ही धीमी हो गई गई लेकिन, देश में तेजी से पांव पसार रहे ब्लैक फंगस (Black Fungus) के बढ़ते मामलों ने डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है. हरियाणा में भी ब्लैक फंगस का कहर देखने को मिल रहा है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बताया है कि, ब्लैक फंगस के कारण राज्य में 50 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि, 750 से ज्यादा मरीजों अबतक सामने आ चुके हैं.
कई राज्यों में है ब्लैक फंगस का आतंकः गौरतलब है कि कई राज्यों में ब्लैक फंगस का आतंक है. पूरे देश में ब्लैक फंगस के 11 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. गुजरात और महाराष्ट्र, बिहार, यूपी, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली समेत कई और राज्य इस बीमारी से दो चार हो रहै हैं. वहीं इस बीमारी की चपेट में आकर दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है. और कई लोग अपनी आंखें भी गंवा चुके हैं. कई राज्यों ने म्यूकोरमाइकोसिस को महामारी घोषित कर दिया है.
ब्लैक, वाइट और येलो फंगस के बाद पल्मोनरी एस्परगिलोसिस संक्रमण का खतराः बता दें, कोरोना बीमारी से ठीक हुए लोगों में ब्लैक फंगस के ज्यादा मामले देखे जा रहे हैं. वहीं अब वाइट फंगस और येलो फंगल इंफेक्शन के भई कई मामले सामने आ चुके हैं. इसी बीच एक और नया संक्रमण की भी बात सामने आ रही है. खबर है कि कुछ लोगों में पल्मोनरी एस्परगिलोसिस संक्रमण (Pulmonary aspergillosis infection) के लक्षण देखे गए है.
किन लोगों को है बीमारी का खतराः हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि, कोरोना के रोगियों में ब्लैक फंगस का मुख्य कारण स्टेरॉयड का प्रयोग करना है, इसके अलावा मरीजों का कमजोर इम्यून सिस्टम भी रोग बढ़ा रहा है. सेहत से जुड़े लोगों का कहना है कि स्टेरॉयड के जरूरत से ज़्यादा इस्तेमाल के प्रति सावधानी बरतने की जरूरत है. ब्लैक फंगस के अलावा पल्मोनरी एस्परगिलोसिस संक्रमण का खतरा भी कमजोर इम्यून वाले मरीजों को ज्यादा होता है.
Posted by: Pritish Sahay