देश के कई शहरों में ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ रहा है. देश की राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस के 620 से ज्यादा मरीज हैं . सिटी अस्पताल में इनका इलाज चल रहा है. ब्लैक फंगस से लड़ने वाली दवा की कमी से दिल्ली लड़ रहा है.
दिल्ली के स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में 3850 अम्फोटेरिसिन बी की शीशी दी गयी जबकि 30 हजार से ज्यादा की डिमांड की गयी थी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आधिकारिक तौर पर बताया कि मंगलवार को अम्फोटेरिसिन बी की 400 फाइल हमें दी गयी. इसके पहले भी 400 मिली थी जबकि दिल्ली को हर दिन 4000 दवा की जरूरत है.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मई में ब्लैक फंगस के 23000 मामले सामने आये.हर दिन लगभग 70 मामले सामने आ रहे हैं. दिल्ली के पास अम्फोटेरिसिन बी की कमी है. इन मरीजों का इलाज करने के लिए हमारे पास दवा ही नहीं है. 100 से ज्यादा ब्लैक फंगस का शिकार हुए मरीजों का इलाज एम्स में चल रहा है.हमारे पास दवाओं की कमी है तो मरीजों के इलाज के लिए भी उसका कम से कम ही इस्तेमाल हो पा रहा है.
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दिल्ली हाईकोर्ट ने भी दवाओं की कमी को गंभीरता से लिया है और केंद्र सरकार से सवाल किया है. इस मामले पर केंद्र सरकार ने बताया कि मई और जून में दवा का स्टॉक आने की उम्मीद है. वहीं इस दवा को आयात भी किया जा रहा है, साथ ही इसका प्रोडक्शन भी बढ़ा दिया गया है. कोर्ट ने 27 मई को पूरे मामले की विस्तार से रिपोर्ट सौपने का आदेश दिया था. दवा के उत्पादन के लिए पांच और कंपनियों को लाइसेंस दिया गया है.