गोवा में जुआरी एग्रो केमिकल्स संयंत्र में विस्फोट, 3 श्रमिकों की मौत
गोवा के कारखाने और बॉयलर विभाग के मंत्री नीलकांत हलारंकर ने बताया कि जुआरी एग्रो केमिकल्स संयंत्र में दोपहर के समय विस्फोट हुआ और तीनों मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गयी. हलारंकर ने कहा कि रखरखाव के लिए संयंत्र को बंद किया जाना था.
पणजी: दक्षिण गोवा के वास्को नगर स्थित जुआरी एग्रो केमिकल्स लिमिटेड (जेडएसीएल) के एक संयंत्र में मंगलवार दोपहर अमोनिया के एक टैंक में विस्फोट होने से तीन मजदूरों की मौत हो गयी. अमोनिया के उक्त टैंक के रखरखाव का काम चल रहा था. राज्य के एक कैबिनेट मंत्री ने यह जानकारी दी.
मंत्री ने कहा- रिपोर्ट मांगी है
गोवा के कारखाने और बॉयलर विभाग के मंत्री नीलकांत हलारंकर ने बताया कि जुआरी एग्रो केमिकल्स संयंत्र में दोपहर के समय विस्फोट हुआ और तीनों मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गयी. हलारंकर ने कहा कि रखरखाव के लिए संयंत्र को बंद किया जाना था. उन्होंने कहा, ‘हमने रिपोर्ट मांगी है. अगर हमें कोई लापरवाही मिलती है, तो हम कारखाने के प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे.’
मुख्यमंत्री ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस घटना को ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने ट्वीट किया, ‘वास्को में जुआरी एग्रो केमिकल्स लिमिटेड संयंत्र में रखरखाव कार्य के दौरान अमोनिया टैंक में हुए विस्फोट में तीन मजदूरों की मौत के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. राज्य मशीनरी ने तुरंत कदम उठाये हैं और स्थिति को सामान्य करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है.’
मुख्यमंत्री सावंत बोले- नहीं हुआ गैस रिसाव
सावंत ने स्पष्ट किया कि अमोनिया टैंक में विस्फोट के बाद गैस का कोई रिसाव नहीं हुआ है. सावंत ने ट्वीट किया, ‘मैं स्थानीय लोगों से आग्रह करता हूं कि वे घबराएं नहीं और किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें. गैस का कोई रिसाव नहीं है और सरकार इस मामले की निगरानी कर रही है.’
इस वजह से हुआ विस्फोट
जेडएसीएल के सूत्रों ने कहा कि मृतक कंपनी के कर्मचारी नहीं थे, बल्कि एक ठेकेदार ने उन्हें काम पर रखा था. उन्होंने कहा कि विस्फोट उस समय हुआ, जब मजदूर टैंक के नट और बोल्ट हटा रहे थे, जिसे 30 मई से बंद किया जाना था. सूत्रों ने कहा, ‘सिफारिश के अनुसार कोल्ड वर्क्स तकनीक का उपयोग करने की बजाय, वे काटने के लिए गैस उपकरण का उपयोग कर रहे थे, जिसके कारण विस्फोट हुआ.’