केंद्रीय आईटी और कौशल विकास राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर के ट्विटर अकाउंट से हटा ‘ब्लू टिक’, Twitter ने कहा…
Rajeev Chandrasekhar, twitter account, blue tick : नयी दिल्ली : केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को ट्विटर पर 'ब्लू टिक' खो दिया. हालांकि, इसे बाद में बहाल कर दिया गया. इस संबंध में ट्विटर ने सफाई देते हुए कहा है कि माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर उनके हैंडल का नाम बदलने के कारण ऐसा हो सकता है.
नयी दिल्ली : केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को ट्विटर पर ‘ब्लू टिक’ खो दिया. हालांकि, इसे बाद में बहाल कर दिया गया. इस संबंध में ट्विटर ने सफाई देते हुए कहा है कि माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर उनके हैंडल का नाम बदलने के कारण ऐसा हो सकता है.
Union Minister of State for Electronics & Information Technology and Skill Development, Rajeev Chandrasekhar lost the blue verified badge on Twitter, which was restored later
Twitter said the name change of his handle on the micro-blogging site could be the reason.
(File pic) pic.twitter.com/X0eUCm5fb8
— ANI (@ANI) July 12, 2021
बताया जाता है कि केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर अपने हैंडल का नाम यानी यूजर नेम ‘Rajeev MP’ से बदल कर ‘Rajeev GOI’ कर दिया. ऐसा करने के बाद उनका ‘ब्लू टिक’ हट गया.
इस संबंध में ट्विटर वेरिफिकेशन पॉलिसी में बताया गया है कि उपयोगकर्ता द्वारा अपने हैंडल का नाम यानी यूजर नेम बदलने पर ट्विटर अकाउंट अपनेआम ‘ब्लू टिक’ हटा देता है. वहीं, छह माह से बंद खाते से भी ट्विटर ब्लू टिक हटा देता है. हालांकि, कुछ घंटे बाद मंत्री के ट्विटर हैंडल पर ‘ब्लू टिक’ वापस आ गया.
कर्नाटक से तीन बार राज्यसभा के सांसद 57 वर्षीय राजीव चंद्रशेखर ने इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में एमटेक की डिग्री ली है. साथ ही हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम की डिग्री भी ली है. वह संसद की कई स्थायी समितियों में भी रह चुके हैं.
इधर, केंद्र सरकार और माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के बीच विवाद पर मंत्री चंद्रशेखर ने कार्यभार संभालने के बाद कहा कि मंत्रालय एकतरफा आधार पर काम नहीं करता है. मंत्रालय का मामले से कोई लेना-देना नहीं है. केंद्रीय मंत्री के साथ बैठक के बाद सभी मुद्दों पर संबोधित किया जायेगा.