Mithun Chakraborty News: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के प्रचार को लेकर 7 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी ने कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड मैदान में मेगा रैली की थी. इस रैली में फिल्म स्टार मिथुन चक्रवर्ती भी शामिल हुए थे. इस दौरान मिथुन चक्रवर्ती ने भाषण दिया और ‘मारबो एखाने लाश पोरबे शोशाने’ (मारूंगा यहां और लाश गिरेगी श्मशान में) डायलॉग भी सुना दिया. इसी को लेकर मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. मामले को लेकर बुधवार को मिथुन चक्रवर्ती ने कलकत्ता हाइकोर्ट में सफाई दी. जस्टिस तीर्थंकर घोष की अदालत में मिथुन दा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपस्थित हुए और अपनी बातों को रखा. बुधवार (16 जून) को ही मिथुन दा अपना जन्मदिन मना रहे हैं और इसी दिन उन्हें सफाई भी देनी पड़ी.
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दरअसल, 7 मार्च की ब्रिगेड रैली में मिथुन चक्रवर्ती ने बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया और जब मंच संभाला तो अपने स्टाइल में भाषण भी दिया. मिथुन दा का भाषण हो और उसमें डायलॉग ना हो, ऐसा हो नहीं सकता. भीड़ की तालियों के बीच मिथुन दा ने अपनी फिल्म का डायलॉग- ‘मारबो एखाने लाश पोरबे शोशाने’ (मारूंगा यहां और लाश गिरेगी श्मशान में) सुना दिया. मिथुन चक्रवर्ती यहीं नहीं रूके. उन्होंने एक और डायलॉग दिया- ‘आमी जाल डोड़ा नॉय, आमी जात गोखरो, एक छोबोले छोबी’ ( मैं पानी वाला डोड़वा सांप नहीं हूं. मैं कोबरा हूं. मेरे एक दंश से तुम तस्वीर बनकर रह जाओगे). इसी बयान पर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म एक्टर और बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती की मुश्किलें बढ़ गई. उनके खिलाफ केस दर्ज करा दिया गया.
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मिथुन दा के डायलॉग के खिलाफ टीएमसी यूथ विंग ने कोलकाता मानिकतला थाने में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था. बीजेपी नेता और फिल्म स्टार मिथुन चक्रवर्ती पर आरोप लगाया गया था कि उनके भाषण की वजह से ही पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई है. इस मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने मिथुन चक्रवर्ती को ईमेल एड्रेस देने को कहा था ताकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई के दौरान वो मौजूद हो सकें. इस मामले के खिलाफ मिथुन दा ने कलकत्ता हाईकोर्ट से फरियाद की थी. मिथुन दा ने कहा था कि उन्होंने अपनी फिल्म के डायलॉग को बोला था. उनका इरादा किसी भी तरह से लोगों की भावना भड़काने का नहीं था.