Booster Dose: मुफ्त नहीं मिलेगी Covishield की बूस्टर डोज, जानिए क्या होगी कीमत?
Booster Dose केंद्र सरकार ने निजी टीकाकरण केंद्रों पर रविवार से सभी वयस्कों को कोरोना वायरस बूस्टर डोज की अनुमति देने का फैसला लिया है. सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है.
Booster Dose केंद्र सरकार ने निजी टीकाकरण केंद्रों पर रविवार से सभी वयस्कों को कोरोना वायरस बूस्टर डोज की अनुमति देने का फैसला लिया है. सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. वहीं, शुक्रवार को कोविशील्ड की बूस्टर डोज की कीमत का खुलासा भी कर दिया गया. अदार पूनावाला ने जानकारी दी कि कोविशील्ड वैक्सीन के बूस्टर डोज की कीमत 600 रुपये प्लस टैक्स होगी.
कोविड-19 के नए वैरिएंट XE को लेकर सरकार सतर्क
वहीं, सूत्रों का कहना है कि एक बार बूस्टर के रूप में स्वीकृत होने के बाद कोवोवैक्स (Covovax) 900 रुपये से अधिक कीमत पर उपलब्ध हो सकती है. कोवोवैक्स को भी जल्द ही बूस्टर डोज के तौर पर मंजूरी मिलने की उम्मीद हैबता दें कि कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट XE की भारत में दस्तक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क हो गया है. शुक्रवार को सरकार ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि रविवार से सभी 18 साल या उससे उम्र वाले व्यस्क निजी अस्पतालों में प्रीकॉशन यानि बूस्टर डोज ले सकेंगे.
पूनावाला ने दी ये जानकारी
हेल्थकेयर कर्मचारी, फ्रंटलाइन स्टाफ और 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए घोषित बूस्टर खुराक के विपरीत, तीसरा डोज अधिकांश वयस्कों के लिए मुफ्त नहीं होगा. अदार पूनावाला ने एक न्यूज चैनल को बताया कि कोविशील्ड पर पहले की तरह 600 रुपये खर्च होंगे. कोवैक्सीन एक बार बूस्टर के रूप में स्वीकृत होने के बाद 900 रुपये में उपलब्ध होगा. उन्होंने बताया कि कोविशील्ड को बूस्टर खुराक के रूप में स्वीकृत किया गया है और कोवोवैक्स (Covovax Booster Dose) को आखिरकार बूस्टर के रूप में भी स्वीकृत किया जाएगा. पूनावाला ने कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट उन अस्पतालों और वितरकों को बड़ी छूट देगा जो बूस्टर की पेशकश करेंगे.
12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के 45 फीसदी को लगी पहली डोज
देश में अभी 15 से अधिक उम्र की आबादी के करीब 96 फीसदी लोगों को कम से कम कोरोना की (COVID-19)वैक्सीन की एक डोज मिल चुकी है. जबकि 15 से अधिक उम्र के आयु वर्ग में से करीब 83 फीसदी ने वैक्सीन की दोनों डोज प्राप्त की हैं. देश में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्ग आबादी को मिलाकर अब तक 2.4 करोड़ से अधिक प्रीकॉशन डोज दी जा चुकी हैं. वहीं, 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के 45 फीसदी को पहली डोज लगी है.
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