Brahmos Missile : लॉन्चिंग के बाद गिर गई ब्रह्मोस मिसाइल, लॉन्ग रेंज वर्जन की टेस्टिंग फेल
Brahmos Missile Updates : भारत की शक्तिशाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (Brahmos Missile) के लंबी दूरी के वर्जन का परीक्षण किया गया. यह परीक्षण ओडिशा में किया गया, हालांकि इसे सफलता नहीं मिली और यह परीक्षण में फेल हो गई.
शक्तिशाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लंबी दूरी के वर्जन का परीक्षण
यह वर्जन 450 किमी की दूरी तक लक्ष्य पर वार करने में सक्षम
हालांकि इसे सफलता नहीं मिली और यह परीक्षण में फेल हो गई
Brahmos Missile Updates : भारत की शक्तिशाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (Brahmos Missile) के लंबी दूरी के वर्जन का परीक्षण किया गया. यह परीक्षण ओडिशा में किया गया, हालांकि इसे सफलता नहीं मिली और यह परीक्षण में फेल हो गई. इस संबंध में समाचार एजेंसी एएनआई ने खबर दी है जिसके अनुसार ब्रह्मोस के एक्सटेंडेड रेंज वर्जन के परीक्षण के दौरान मिसाइल ने उड़ान तो भरी लेकिन यह तुरंत गिर गई. बताया जा रहा है कि यह वर्जन 450 किमी की दूरी तक लक्ष्य पर वार करने में सक्षम है.
Also Read: कोरोना के थर्ड वेव को रोकना मुश्किल, भीड़ पर अंकुश लगाये सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय के बाद IMA ने दी चेतावनीसमाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि 12 जुलाई यानी सोमवार को सुबह ओडिशा में ब्रह्मोस के लॉन्ग रेंज वर्जन का परीक्षण किया जा रहा था. लेकिन मिसाइल लॉन्चिंग के तुरंत बाद ही जमीन पर गिरती नजर आई. यह परीक्षण किन खामी की वजह से फेल हुआ, इसका पता नहीं चल पाया है. परीक्षण के फेल होने को लेकर जांच अब डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) और ब्रह्मोस एयरोस्पेस कोऑपरेशन के वैज्ञानिकों की संयुक्त टीम करने में जुटी है.
सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी ने बताया कि अभी मिसाइल के परीक्षण में विफलता की वजह प्रारंभिक रूप से संचालन शक्ति का मसला दिख रहा है. लेकिन कहा जा रहा है कि असल कारण जांच के बाद ही सामने आ सकेगा. यहां चर्चा कर दें कि 28 जून को भारत ने अपनी आधुनिक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम ‘अग्नि प्राइम’ मिसाइल का भी स्थित सैन्य अड्डे से सफल प्रायोगिक परीक्षण करने का काम किया था. इस परीक्षण को भी ओडिशा से ही अंजाम दिया गया था. इसको लेकर डीआरडीओ ने बताया था कि सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 1000 से 2000 किलोमीटर तक की है.
Posted By : Amitabh Kumar